नई दिल्ली : पाकिस्तान को आंतकवादियों का गढ़ मान जाता है और वहां की सरकार भी उनको पनाह देती है. पाकिस्तान में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम के जनाजे में आंतकवादी संगठन हिजबुल का चीफ सैयद सलाहुद्दीन शामिल हुआ. उसने खुलेआम जनाजे में शामिल होकर उसका नेतृत्व […]
नई दिल्ली : पाकिस्तान को आंतकवादियों का गढ़ मान जाता है और वहां की सरकार भी उनको पनाह देती है. पाकिस्तान में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम के जनाजे में आंतकवादी संगठन हिजबुल का चीफ सैयद सलाहुद्दीन शामिल हुआ. उसने खुलेआम जनाजे में शामिल होकर उसका नेतृत्व किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वहां पर पाकिस्तान के सैनिक भी मौजूद थे. वहां पर मौजूद भीड़ ने आंतकी इम्तियाज के लिए जमकर नारे लगाए भारत को खत्म करने की कसम भी खाई.
पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में हिजबुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन को देखा गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उसे रावलपिंडी में इम्तियाज को दफनाने के दौरान देखा गया. कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर के रहने वाले आतंकी इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावार ने गोलीबारी कर हत्या कर दी थी. इम्तियाज अली हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ था. भारत सरकार ने इम्तियाज अली को यूएपीए के प्रावधानों के तहत आतंकी घोषित कर दिया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर इम्तियाज आलम पर पाकिस्तान के रावलिंडी में हमला हो गया था. हमलावर ने इम्तियाज पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिसमें उसकी मौत हो गई. इम्तियाज आलम पर हमला उस वक्त हुआ जब वह दुकान के बाहर था. गोली लगने के बाद इम्तियाज को अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इम्तियाज आलम जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बाबरपोरा का रहने वाला था. इम्तियाज आलम को पिछले साल ही भारत ने आतंकी घोषित किया था.
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 4 अक्टूबर 2022 को इम्तियाज आलम को यूएपीए एक्ट के तहत आतंकी घोषित किया था. इम्तियाज पाकिस्तान से आने वाले आतंकवादियों कि सहायता करता था. उनके रहने के साथ-साथ हथियार और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के आरोप में सामने आया था. इसके बाद गृह मंत्रालय ने इम्तियाज आलम को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया था. इम्तियाज आलम जम्मू-कश्मीर छोड़कर पाकिस्तान के रावलपिंडी में रहने लगा था. रावलपिंडि से ही इम्तियाज आलम हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम करता था.
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