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हिंदुओं के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई तो लग गई हथकड़ी, आखिर गुनाह था या फिर साजिश?

बांग्लादेश से एक खबर सामने आई है जहां हिंदू नेता और इस्कॉन सदस्य चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है. आपको बता दें कि चिन्मय प्रभु बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन करते रहे हैं. उन्होंने हाल ही में बांग्लादेश में हिंदुओं के समर्थन में एक रैली भी निकाली थी. गौरतलब है कि बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदू निशाने पर हैं.

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Hindus against When I raised my voice against the atrocities I was handcuffed, was it a crime or a conspiracy
  • November 25, 2024 6:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: बांग्लादेश से एक खबर सामने आई है जहां हिंदू नेता और इस्कॉन सदस्य चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है. आपको बता दें कि चिन्मय प्रभु बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन करते रहे हैं. उन्होंने हाल ही में बांग्लादेश में हिंदुओं के समर्थन में एक रैली भी निकाली थी. गौरतलब है कि बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदू निशाने पर हैं.

 

मंदिर को भी निशाना बनाया

 

छात्र आंदोलन के दौरान जहां हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया, वहीं बांग्लादेश के खुलना मेहरपुर में स्थित इस्कॉन मंदिर को भी निशाना बनाया गया और इसके कारण वहां शेख हसीना की सरकार गिर गई. जिसके बाद से ये बात सामने आ रही है. वहीं बांग्लादेश के मेहरपुर में इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले को लेकर चिन्मय प्रभु ने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा पर गहरी चिंता जताई थी.

उन्होंने कहा था, ‘चटगांव में तीन मंदिर खतरे में हैं, लेकिन मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों के साथ मिलकर हिंदू समुदाय ने अब तक उन्हें बचा लिया है. चिन्मय प्रभु ने कहा था कि कई हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के रास्ते भारत भाग रहे हैं।

 

मामला दर्ज किया गया

 

गौरतलब है कि अक्टूबर 2024 में इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु पर बांग्लादेश में देशद्रोह का आरोप लगा था. हिंदू संगठन से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया. आपको बता दें कि चिन्मय कृष्ण दास प्रभु बांग्लादेश में इस्कॉन का बड़ा चेहरा हैं। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. रजिस्ट्रेशन करा लिया है.

आपको बता दें कि यह मामला चिन्मय दास ब्रह्मचारी समेत हिंदू संगठन के 19 अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज किया गया है. वहीं इस्कॉन सचिव समेत हिंदू संगठन से जुड़े लोगों और कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि एक प्रदर्शन के दौरान इन सभी आरोपियों ने बांग्लादेश के नारे लगाए. ध्वज के ऊपर भगवा ध्वज फहराया गया।

 

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