300 सांसदों वाली दक्षिण कोरियाई संसद में इस वक्त विपक्ष के पास 192 सांसद हैं। ऐसे में कार्यवाहक राष्ट्रपति को हटाने के लिए सिर्फ 151 सांसदों की वोटिंग जरूरत थी। ऐसे में कार्यवाहक राष्ट्रपति को महाभियोग के जरिए आसानी से हटा दिया गया।
नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया की संसद में शुक्रवार-27 दिसंबर को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है। दरअसल, संसद में कार्यवाहक राष्ट्रपति को हटाने को लेकर वोटिंग हो रही थी। इस दौरान स्पीकर ने कहा कि अगर कार्यवाहक राष्ट्रपति को हटाना है तो फिर 50% सांसदों को महाभियोग के पक्ष में वोट देना होगा।
बता दें कि 300 सांसदों वाली दक्षिण कोरियाई संसद में इस वक्त विपक्ष के पास 192 सांसद हैं। ऐसे में कार्यवाहक राष्ट्रपति को हटाने के लिए सिर्फ 151 सांसदों की वोटिंग जरूरत थी। ऐसे में कार्यवाहक राष्ट्रपति को महाभियोग के जरिए आसानी से हटा दिया गया।
महाभियोग की वजह से दक्षिण कोरियाई संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिला। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने एक-दूसरे के कॉलर भी पकड़ लिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्यवाहक राष्ट्रपति के खिलाफ लाए गए इस महाभियोग प्रस्ताव के खिलाफ में एक भी वोट नहीं पड़ पाया क्योंकि सत्ताधारी दल ने इस वोटिंग का बहिष्कार कर दिया था।
महाभियोग सफल होने के बाद अब कार्यवाहक राष्ट्रपति हान को पद से हटना पड़ेगा। इसके बाद वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति बनेंगे। गौरतलब है कि चोई सांग ने 3 दिसंबर को देश में मार्शल लॉ लगाए जाने का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत विनाशकारी कदम बताया था।
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