नई दिल्ली: सऊदी अरब के मक्का मदीना में हज यात्रियों पर गर्मी कहर बनकर टूट रही है. यहां हज के लिए दुनियाभर से 18 लाख से अधिक लोग इकट्ठा हुए हैं. लेकिन भयंकर गर्मी ने सबका जीना मुश्किल कर दिया है. भीषण गर्मी और लू के कारण हज यात्रा पर गए अब तक 577 हज […]
नई दिल्ली: सऊदी अरब के मक्का मदीना में हज यात्रियों पर गर्मी कहर बनकर टूट रही है. यहां हज के लिए दुनियाभर से 18 लाख से अधिक लोग इकट्ठा हुए हैं. लेकिन भयंकर गर्मी ने सबका जीना मुश्किल कर दिया है. भीषण गर्मी और लू के कारण हज यात्रा पर गए अब तक 577 हज यात्रियों की मौत हो चुकी है. सोशल मीडिया पर कई ऐसी वीडियोज आईं हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि मक्का की सड़कों पर हजयात्रियों लाशें पड़ी हुईं हैं. बता दें कि पिछले साल भी हज यात्रा के दौरान सऊदी में 240 लोगों की मौत हो गई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मरने वालों में 323 नागरिक मिस्र के और 60 जॉर्डन के हैं. जानकारी के मुताबिक सोमवार को मक्का में ग्रैंड मस्जिद की शेड में 51.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. 50 डिग्री के ऊपर चल रहे तापमान में बुजुर्गों का हज करना मुश्किल है. सभी को छाते इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है.
बता दें कि हज यात्रियों के मौत की खबर सबसे पहले रविवार को आई. जब बड़ी संख्या में यात्रियों ने प्रतीकात्मक रूप से शैतान को पत्थर मारने के अरकान यानी रस्म पूरे कर लिए. मालूम हो कि यह रस्म हज यात्रा के अंतिम दिनों में किया जाता है जो कि दुनियाभर के मुस्लिमों के लिए ईद- उल-अजहा यानी बकरीद की शुरुआत का प्रतीक माना गया है.
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