नई दिल्ली: बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के हिंसक होने के बाद पीएम शेख हसीना तो इस्तीफा देकर भारत आ गईं. लेकिन उनके करीबियों और उनकी पार्टी के समर्थकों की शामत आ गई. आंदोलन की आड़ में पूरे देश को जला रहे उपद्रवियों ने शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को ढूंढ-ढूंढ कर पीटना […]
नई दिल्ली: बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के हिंसक होने के बाद पीएम शेख हसीना तो इस्तीफा देकर भारत आ गईं. लेकिन उनके करीबियों और उनकी पार्टी के समर्थकों की शामत आ गई. आंदोलन की आड़ में पूरे देश को जला रहे उपद्रवियों ने शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को ढूंढ-ढूंढ कर पीटना शुरू कर दिया. उपद्रवियों ने हसीना की करीबी दोस्त और वरिष्ठ वकील तुरीन अफरोज को खूब पीटा.
तुरीन अफरोज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शेख हसीना के देश छोड़कर जाने के बाद दो लड़के मेरे घर में गए. उन लोगों ने बेडरूम में आकर मुझे पीटना शुरू कर दिया. उन्होंने मेरे बाल काट दिए. मेरे पूरे शरीर में पेंसिल घोंप दी. वे मुझसे कह रहे थे कि तुम भी हसीना के साथ भारत क्यों नहीं गई. अफरोज ने कहा कि मुझे नहीं पता वो दोनों कौन थे. वे देखने में मेरे बच्चे की तरह लग रहे थे.
बता दें कि तुरीन अफरोज की गिनती बांग्लादेश के बड़े वकीलों में होती है. उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का पक्का दोस्त और कट्टर समर्थक माना जाता है. अफरोज ने भारत की राजधानी दिल्ली से अपनी पढ़ाई की है. इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल में बांग्लादेशी सरकार की ओर से पैरवी करते हुए उन्होंने 46 वॉर क्रिमिनल को फांसी की सजा दिलाई है. यही वजह है कि वो हमेशा से कट्टरपंथियों के निशाने पर रही हैं. उन पर अब तक 11 बार जानलेवा हमला हो चुका है.
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