नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर इस वक्त दक्षिण अफ्रीकी देश गयाना के दौरे पर हैं। इस बीच उन्होंने चौथी कैरिकॉम-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लिया है। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि इस वक्त हम वैश्विक समस्याओं और खुद से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए काम कर रहे हैं। हम कैपेसिटी बिल्डिंग, डेवलपमेंट […]
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर इस वक्त दक्षिण अफ्रीकी देश गयाना के दौरे पर हैं। इस बीच उन्होंने चौथी कैरिकॉम-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लिया है। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि इस वक्त हम वैश्विक समस्याओं और खुद से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए काम कर रहे हैं। हम कैपेसिटी बिल्डिंग, डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, हेल्थ और डिजास्टर मैनेजमेंट पर ध्यान दे रहे हैं। हम छोटे और मध्य उद्यम में ग्रांट के रूप में मदद करने के लिए तैयार हैं।
गयाना में चौथी कैरिकॉम-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहले ट्रेडिशनल मेडिसिन सेंट्र के भार में निर्माण की स्वकृति दी है। हम दुनिया के हर कोने से पारंपरिक प्रथाओं के अनुसरण का स्वागत करते हैं।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा हम सबका सामूहिक प्रयास है। कैपेसिटी बिल्डिंग में हम उन क्षेत्रों में कार्यक्रमों को अनुकूलत करने के लिए तैयार हैं, जो कैरिकॉम यूजर्स के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हैं।
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की थी। इसके बाद जयशंकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी बैठक बहुत अच्छी रही थी। अधिकांश चर्चा सूडान की स्थिति पर थी। इसके साथ ही हमने जी-20, यूक्रेन समेत कई मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन हमारी ज्यादा बातचीत सूडान को लेकर ही हुई। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि सूडान में संयुक्त राष्ट्र युद्ध विराम स्थापित करने के लिए प्रयास कर रहा है, जब तक वहां युद्ध विराम नहीं होगा, तब तक वहां से लोगों का निकलना सुरक्षित नहीं है।