नई दिल्ली: स्कॉटलैंड में भारतीय उच्चायुक्त को गुरुद्वारे में जाने से रोकने के मसले पर ग्लासगो गुरुद्वारे ने आपत्ति जताई है. ग्लासगो के गुरुद्वारे की तरफ से इस घटना की कड़ी निंदा की गई है. इसको लेकर ग्लासगो की गुरद्वारा कमिटी ने मीडिया से बात की. कमेटी का कहना है कि भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी […]
नई दिल्ली: स्कॉटलैंड में भारतीय उच्चायुक्त को गुरुद्वारे में जाने से रोकने के मसले पर ग्लासगो गुरुद्वारे ने आपत्ति जताई है. ग्लासगो के गुरुद्वारे की तरफ से इस घटना की कड़ी निंदा की गई है. इसको लेकर ग्लासगो की गुरद्वारा कमिटी ने मीडिया से बात की. कमेटी का कहना है कि भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी के साथ यह अज्ञात व्यक्तियों द्वारा किया गया अनुचित व्यवहार है. उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा सभी समुदाय के लोगों के लिए हमेशा खुला है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्कॉटलैंड में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया गया. इसके बाद ग्लासगो के गुरुद्वारे की तरफ से इस घटना की कड़ी निंदा की गई है. रिपोर्ट के अनुसार खालिस्तानियों को यह जानकारी लगी कि उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ग्लासगो गुरुद्वारा की गुरुद्वारा समिति के साथ अल्बर्ट ड्राइव पर एक बैठक करने वाले हैं. जब वो अल्बर्ट ड्राइव पहुंचे तो कुछ लोगों ने उनकी कार को घेर लिया. इसकी जानकारी खुद भारतीय उच्चायोग की तरफ से दी गई है. भारतीय उच्चायोग की तरफ से कहा गया कि 3 लोगों ने दोरईस्वामी को गुरुद्वारे में जाने से रोका. साथ ही उनकी कार का दरवाजा जबरदस्ती खोलने की कोशिश भी की गई. उन्हें अपशब्द कहा गया और धमकाया भी गया.
भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोके जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ाता देख गुरुद्वारा कमेटी ने इस मसले पर बयान जारी किया. गुरुद्वारे ने अपने बयान में कहा कि सिख पूजा स्थल की शांतिपूर्ण कार्यवाही को रोकने के लिए गुरुद्वारा इस व्यवहार की कड़ी निंदा करता है. उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा सभी समुदायों के लोगों के लिए सामान रूप से खुला है.
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