नई दिल्ली: दक्षिण अमेरिकी के देश गुयाना के महदिया सेकेंडरी स्कूल में हाल ही में भयानक आग लगने की घटना हुई है। इस दर्दनाक हादसे में 19 बच्चों की मौत हो गई है। इतना ही नहीं अब इस मामले में एक स्कूली छात्रा का नाम मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आ रहा है। यह […]
नई दिल्ली: दक्षिण अमेरिकी के देश गुयाना के महदिया सेकेंडरी स्कूल में हाल ही में भयानक आग लगने की घटना हुई है। इस दर्दनाक हादसे में 19 बच्चों की मौत हो गई है। इतना ही नहीं अब इस मामले में एक स्कूली छात्रा का नाम मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आ रहा है। यह छात्रा 14 वर्ष की है। महदिया सेकेंडरी स्कूल के छात्रावास में आग लगा दी गई थी। जहां दरवाजे बंद होने की वजह से कोई भी बच्चा नहीं बच पाया था।
स्कूल प्रशासन ने उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया था। जहां अंदाजा लगाया जा रहा है जिस वजह से गुस्सा में लड़की ने इस घटना को अंजाम दिया। इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और अब दुनियाभर में चर्चा का विषय बन चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार गेराल्ड गौविया का कहना है कि संदिग्ध छात्रा के बुजुर्ग के साथ संबंध थे, इसलिए स्कूल प्रशासन ने उसे अनुशासित करने के लिए उसके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया था। फिर बाद में मोबाइल फोन जब्त किए जाने के बाद नाराज छात्रा ने छात्रावास में आग लगा दी। गेराल्ड गौविया ने बताया कि हाउस मदर (वार्डन) उस वक्त इमारत के अंदर ही सो रही थी, लेकिन वह काफी घबरा गई और उसे वक्त ताला खोलने के लिए सही चाबी भी नहीं मिली।
इस भीषण आग में मरने वाले 19 बच्चों में से 19वां पीड़ित वार्डन का अपना 5 वर्ष का बेटा भी था। इतना ही नहीं इस आग में पीड़ितों में से 13 इतनी बुरी तरह झुलस गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। वहीं गुयाना ने फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा डीएनए परीक्षण के जरिए पीड़ितों की पहचान का पता लगाने के लिए अमेरिका और कई देशों से सहायता स्वीकार की है। जानकारी के मुताबिक जिस बुजुर्ग व्यक्ति के साथ छात्रा के संबंध का शक था, उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किए जाने का अनुमान है, क्योंकि लड़की की उम्र 16 वर्ष से कम है।
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