नई दिल्ली : कोरोना महामारी धीरे-धीरे खत्म होने के कगार पर थी तभी चीन में कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी और विश्व में चिंता बढ़ गई. चीन हमेशा कोरोना से मौत का आंकड़ा छुपाता है लेकिन इस बार चीन ने खुद बताया की हमारे यहां एक महीने में 60,000 मौतें हुई है. कोरोना […]
नई दिल्ली : कोरोना महामारी धीरे-धीरे खत्म होने के कगार पर थी तभी चीन में कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी और विश्व में चिंता बढ़ गई. चीन हमेशा कोरोना से मौत का आंकड़ा छुपाता है लेकिन इस बार चीन ने खुद बताया की हमारे यहां एक महीने में 60,000 मौतें हुई है.
अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस साल चीन में कम से कम 10 लाख कोरोना से मौतों की भविष्याणी की है. चीन ने महामारी शुरू होने के बाद सिर्फ 5,000 के करीब मौतों की सूचना दी थी.
पूरे विश्व में चीन की आलोचना हो रही है चीन हमेशा मौत का आंकड़ा छुपाता है. चीन ने पहली बार कबूला की देश में कोविड के चलते हाहाकार मचा हुआ है. शनिवार को चीन ने कहा कि कोविड जीरो नीति छोड़ने के बाद से देश में कोरोना से लगभग 60,000 लोगों की मौत हॉस्पिटल में हुई है,जो पहले बताए गए आंकड़ों से कई गुना ज्यादा है. चीन ने बताया कि इस आंकड़ें में घरों में हुई मौत भी शामिल है. चीन ने पिछले महीने ही अपनी शून्य कोरोना नीति को छोड़ दिया था. उसके बाद चीन में कोरोना के मामले में बेतहाशा वृद्धि दर्ज की गई.
भारत ने कोरोना से बचने के लिए टेस्टिंग बढ़ा दी है. अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था की गई है. भारत सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य व्यव्सथा को ठीक कर ले. सार्वजनिक जगह पर मॉस्क अनिवार्य कर दिया गया है. विदेश से आने वाले हर यात्रियों की एयरपोर्ट पर कोरोना की जांच हो रही है जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उसको वहां से निकलने दिया जा रहा है.
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