नई दिल्लीः भारतीयों समेत 303 यात्रियों को निकारागुआ लेकर जा रहे विमान को तीन दिन तक रोके जाने के बाद फ्रांस ने सोमवार को फिर सफर शुरू करने की इजाज़त दे दी है। उड़ान की अनुमति के बाद फ्रांस के चार जजों ने यात्रियों के बयान दर्ज करना बंद कर दिया है। निकारागुआ जा रहे […]
नई दिल्लीः भारतीयों समेत 303 यात्रियों को निकारागुआ लेकर जा रहे विमान को तीन दिन तक रोके जाने के बाद फ्रांस ने सोमवार को फिर सफर शुरू करने की इजाज़त दे दी है। उड़ान की अनुमति के बाद फ्रांस के चार जजों ने यात्रियों के बयान दर्ज करना बंद कर दिया है। निकारागुआ जा रहे विमान को फ्रांसीसी अधिकारियों ने मानव तस्करी के संदेह में बृहस्पतिवार को वैट्री हवाईअड्डे पर हिरासत में ले लिया था।
माना जा रहा है कि विमान भारत आ सकता है, क्योंकि ज्यादातर यात्री यहीं के हैं। हालांकि विमान के निकारागुआ या दुबई जाने की भी खबरें हैं। मीडिया केअनुसार, 10 यात्रियों ने शरण की भी अपील की है, लेकिन उस पर क्या निर्णय हुआ, इसकी कोई सूचना नहीं है। यह विमान रोमानियाई चार्टर कंपनी लेजेंड एयरलाइंस का है। एयरलाइंस के वकील ने मानव तस्करी से इन्कार किया।
गौरतलब है कि गुरुवार को एयरबस A340 दुबई से उड़ान भरकर निकारागुआ जा रही थी। इस फ्लाइट में कुल 303 भारतीय यात्रा कर रहे थे। विमान फ्यूल भरवाने के लिए फ्रांस के एक छोटे से एयरपोर्ट वैट्री पर रुका था। इसी दौरान फ्रांस पुलिस को जानकारी मिली कि विमान में यात्रा कर रहे भारतीय मानव तस्करी का शिकार बनने जा रहे हैं। इसके बाद फ्रांस पुलिस टीम एयरपोर्ट पर पहुंच गई और विमान को उड़ान भरने रोक दिया। तब से रोमानिया स्थित लीजेंड एयरलाइंस का विमान पेरिस से लगभग 150 किलोमीटर पूर्व में वैट्री एयरपोर्ट पर रुका हुआ है। यात्रियों में 11 नाबालिग भी हैं।
इस बीच फ्रांस पुलिस ने भारतीय दूतावास को भी मामले की सूचना दी। फ्रांस में भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि करते हुए एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट किया था, फ्रांस के अधिकारियों ने हमें इस मामले की जानकारी दी है। हम अपने नागरिकों तक पहुंच गए हैं और काउंसर एक्सेस प्राप्त कर लिया है। उनकी पूरी तरीके से सहायता कर रहे हैं।