नई दिल्ली: फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास और इजराइल के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है. पूरी दुनिया की नजर इस युद्ध पर लगी है. वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बीते सोमवार को इजराइल-हमास युद्ध को लेकर इजराइल को आगाह किया है. उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन हमास के विरुद्ध युद्ध में […]
नई दिल्ली: फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास और इजराइल के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है. पूरी दुनिया की नजर इस युद्ध पर लगी है. वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बीते सोमवार को इजराइल-हमास युद्ध को लेकर इजराइल को आगाह किया है. उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन हमास के विरुद्ध युद्ध में इजराइल की कुछ कार्रवाई जैसे गाजा में पानी और भोजन में कटौती फिलिस्तीनियों का रुख सख्त कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ओबामा ने कहा कि गाजा पर इस तरह की कार्रवाई इजराइल के अंतर्राष्ट्रीय समर्थन को कम कर सकती हैं.
इजराइल-हमास युद्ध के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इजराइल को सावधान किया है. उन्होंने कहा कि गाजा में आम नागरिकों के लिए भोजन, बिजली और पानी रोकने के इजराइली सरकार के फैसले से मानवीय संकट का खतरा बढ़ सकता है. ओबामा ने कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए फिलिस्तीन के रवैये को हमेशा के लिए बदल सकता है साथ ही उनका रुख और कठोर कर सकता है. इतना ही नहीं इस युद्ध में इजराइल को जो वैश्विक समर्थन मिल रहा है, उसे भी समाप्त कर सकता है. इजराइल के लिए खतरा तब और बढ़ जाएगा जब फिलिस्तीन दुश्मनों के साथ हाथ मिला लेगा. उन्होंने कहा कि इजराइल का ये कदम मध्य पूर्व क्षेत्र में शांति व स्थिरता स्थापित करने के प्रयासों को कमजोर कर सकता है.
गाजा 45 किमी लंबी भूमि की पट्टी जिस पर लगभग 23 लाख लोग रहते हैं. इस पर जब से आतंकी समूह हमास शासन कर रहा तब से इजराइल और हमास के बीच तनाव और बढ़ गया है. बता दें साल 2007 से हमास द्वारा राजनीतिक रूप से गाजा पर शासन किया जा रहा है. उसके बाद से ही इजरायल ने उसपर नाकाबंदी कर रखा है. बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल के दौरान फिलिस्तीन और इजराइल के बीच शांति समझौता कराने का प्रयास किया था लेकिन ऐसा करने में वो असफल रहे थे.
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