नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तान लौटने के कुछ घंटे बाद ही अपने कार्यकाल की उपलब्धियों के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने साल 1998 में परमाणु परीक्षण कर के भारत को करारा जवाब दिया था. उन्होंने कहा कि ये सब ऐसे समय में किया गया जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति […]
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तान लौटने के कुछ घंटे बाद ही अपने कार्यकाल की उपलब्धियों के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने साल 1998 में परमाणु परीक्षण कर के भारत को करारा जवाब दिया था. उन्होंने कहा कि ये सब ऐसे समय में किया गया जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने परमाणु परीक्षण नहीं करने लिए 5 अरब डॉलर देने की पेशकश की थी.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सुप्रीमो बीते शनिवार को अपने वतन वापस पहुंच गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर पहुंचने के बाद उन्होंने एक विशाल रैली को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि मैं कई सालों के बाद आज आपसे मिल रहा हूं लेकिन आपके साथ मेरा रिश्ता वही प्यार का है. हमारे रिश्तों में कोई अंतर नहीं आया है. उन्होंने कहा जो प्यार मैं आपकी निगाहों में देख रहा हूं मुझे उस पर गर्व हो रहा है. इस दौरान नवाज शरीफ ने साल 1998 में पाकिस्तान पर विदेशी सरकारों के भारी दबाव को याद किया. जब भारत के परमाणु परीक्षण का जवाब पाकिस्तान देना चाहता था. उन्होंने कहा कि उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति क्लिंटन ने मुझे परमाणु परीक्षण करने के लिए पांच अरब डॉलर की पेशकश की थी. विदेश कार्यालय में इसका रिकॉर्ड मौजूद है.
मुस्लिम लीग नवाज के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ बीते कई वर्षों से ब्रिटेन में स्व-निर्वासित जीवन जी रहे थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नवाज बीते 21अक्तूबर को पाकिस्तान पहुंच गए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान लौट कर वह होने वाले आम चुनाव में पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं. नवाज शरीफ अल-अजीजिया मामले और एवनफिल्ड मामले में दोषी ठहराए गए थे लेकिन अब पाकिस्तान हाईकोर्ट से इस मामले में उन्हें जमानत दे दी है. ऐसे में देखना अहम होगा कि चुनाव लड़ने की उनकी अयोग्यता समाप्त होती है या नहीं.
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