नई दिल्ली: एक बार फिर से सूडान संकट ने विश्व की चिंताएं बढ़ा दी हैं जहां भारत भी इस बात से चिंतित नज़र आ रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार (20 अप्रैल) को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची का बयान सामने आया है. उन्होंने मीडिया से साफ़ कहा है कि जमीनी स्तर पर स्थिति […]
नई दिल्ली: एक बार फिर से सूडान संकट ने विश्व की चिंताएं बढ़ा दी हैं जहां भारत भी इस बात से चिंतित नज़र आ रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार (20 अप्रैल) को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची का बयान सामने आया है. उन्होंने मीडिया से साफ़ कहा है कि जमीनी स्तर पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है. इस समय हमारा पूरा ध्यान व्यक्तियों की सुरक्षा करने पर है जहां इसके लिए अलग-अलग माध्यमों से लोगों को संपर्क किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि इस संकट के लिए हम तैयार हैं.
इस दौरान सूडान से भारतीयों की निकासी को लेकर भी विदेश मंत्रालय ने कहा कि जमीन पर हम अपनी टीमों के साथ निकट संपर्क में हैं लेकिन ये लंबे समय तक संघर्ष और निकासी के लिए स्थानों की उपलब्धता पर ये लड़ाई निर्भर करती है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि खार्तूम में भारतीय दूतावास खुला है जो इस समय काम कर रहा है. अलग-अलग स्थानों से काम कर रहे अधिकारियों के साथ खार्तूम स्थित भारतीय दूतावास काम कर रहा है और सभी सेवाएं प्रदान कर रहा है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि दूतावास की इमारत के अंदर इस समय कोई भी नहीं है.
उधर सूडान में संबंधित स्थिति पर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मिस्र के विदेश मंत्री सामेह शौकरी के साथ चर्चा की है. इस पूरे प्रकरण के बारे में एस जयशंकर ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी है. विदेश मंत्री ने ट्वीट कर लिखा है कि अभी-अभी मिस्र के विदेश मंत्री सामेह शौकरी के साथ सूडान में संबंधित स्थिति पर चर्चा हुई है। उनके आकलन और अंतर्दृष्टि का बहुत महत्व है साथ ही जयशंकर ने उनके मददगार रवैये की चर्चा करते हुए लिखा कि मिस्र के विदेश मंत्री की तरफ से निकट संपर्क में रहने पर सहमति जताई गई है।