संसद में देश की स्वास्थ्य नीति पर बहस हो रही थी, जहां लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उपायों पर चर्चा हो रही थी. इस दौरान एक चौंकाने वाली घटना ने सभी का ध्यान खींचा. दरअसल, सत्र के दौरान एक सांसद वेपिंग (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पीते हुए) कैमरे में कैद हो गए।
नई दिल्ली: संसद में देश की स्वास्थ्य नीति पर बहस हो रही थी, जहां लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उपायों पर चर्चा हो रही थी. इस दौरान एक चौंकाने वाली घटना ने सभी का ध्यान खींचा. दरअसल, सत्र के दौरान एक सांसद वेपिंग (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पीते हुए) कैमरे में कैद हो गए। ये तस्वीर तेजी से वायरल हो गई और हर जगह चर्चा का विषय बन गई.
यह घटना 17 दिसंबर को कोलंबिया की संसद में घटी. दिलचस्प बात यह है कि इस दौरान संसद में स्वास्थ्य सुधारों पर बहस चल रही थी। ग्रीन एलायंस पार्टी की सांसद कैथी जुविनाओ को सत्र के दौरान वेपिंग (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट) लेते हुए कैमरे में कैद किया गया। कुछ ही देर में ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में, जुविनाओ को अपनी सीट पर छिपकर वेप करते हुए देखा जा सकता है, और जब उसकी नज़र कैमरे पर पड़ती है, तो वह जल्दी से अपना वेप छिपा लेती है। यह घटना कोलंबिया की उन सरकारी इमारतों में हुई, जहां वेपिंग और धूम्रपान पर सख्त प्रतिबंध है।
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जुविनाओ ने ‘एक्स’ पर माफी मांगी और कहा, ‘मैं नागरिकों से माफी मांगती हूं और यह गलती दोबारा नहीं होगी. मैं संसद में अपने तर्कों के साथ मजबूती से लड़ती रहूंगी। यह घटना राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो द्वारा वेपिंग उपकरणों पर नियंत्रण के लिए कानून लागू करने के कुछ महीने बाद हुई है और इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. कुछ लोग इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताकर इसकी आलोचना कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग जुविनाओ की माफी और सच्चाई स्वीकार करने की तारीफ कर रहे हैं.
🇨🇴 In Colombia, Congresswoman Cathy Juvinao was caught secretly vaping during a parliamentary session discussing healthcare reform. pic.twitter.com/dqoba0iRyB
— David Lester Straight (@DavidLesterr_) December 20, 2024
वेप या ई-सिगरेट एक इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट है, जो सामान्य सिगरेट की तरह दिखती है, लेकिन इसमें तंबाकू का उपयोग नहीं किया जाता है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो निकोटीन और सुगंधित तरल को गर्म करता है और भाप पैदा करता है। इस भाप को सामान्य धुएं की तुलना में कम हानिकारक माना जाता है क्योंकि इसमें तंबाकू जलाने से उत्पन्न होने वाले हानिकारक रसायन नहीं होते हैं। ई-सिगरेट का मुख्य घटक इसका तरल पदार्थ है, जिसमें निकोटीन, प्रोपलीन ग्लाइकोल और ग्लिसरीन होता है।
वहीं जब उपयोगकर्ता कश लगाता है, तो यह तरल गर्म हो जाता है और भाप में बदल जाता है, जिसे उपयोगकर्ता साँस के रूप में ग्रहण करता है। इसमें एक एलईडी बल्ब लगा है जो कश लेते ही जल उठता है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है जैसे तंबाकू जल रहा है, हालांकि इसमें तंबाकू नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वेप्स में फॉर्मेल्डिहाइड जैसे कैंसर पैदा करने वाले एजेंट भी होते हैं। वहीं, WHO ने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी.
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