नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के जाने के बाद से हिन्दुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। यूनुस सरकार ने इस्कॉन के मुख्य सदस्यों में से एक चिन्मय दास के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया है। चिन्मय दास के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। हालांकि सरकार के खिलाफ देशभर के हिंदू जुटने लगे हैं। जगह जगह उनपर लगे राष्ट्रद्रोह केस का विरोध हो था है।
बीते 25 अक्टूबर को चटगांव में हिन्दुओं की एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया था। इसमें डेढ़ लाख से ज्यादा हिन्दुओं ने भाग लिया। इस रैली में चिन्मय दास ने हिन्दुओं को संबोधित किया। चिन्मय दास पर आरोप लगा है कि रैली के दौरान उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रीय झंडे की अवमानना की। चटगांव पुलिस का कहना है कि चिन्मय दास ने प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय झंडे के ऊपर इस्कॉन का भगवा पताका लहराया। इस मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि इस्कॉन ट्रस्ट के सचिव चिन्मय दास ब्रह्मचारी इन दिनों हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं। इस कड़ी में उन्होंने कई रैलियों और प्रदर्शनों का आयोजन किया।
The Hindus of Chittagong are protesting against the torture of false cases against them. pic.twitter.com/r53gVVIux6
— taslima nasreen (@taslimanasreen) November 1, 2024
अब चिन्मय दास के खिलाफ बांग्लादेशी सरकार ने राष्ट्रद्रोह और साजिश का आरोप लगाकर मुक़दमा दर्ज कर लिया है। चिन्मय दास ने मुक़दमा दर्ज होने पर कहा कि रैली में कुछ लोगों ने चांद -तारे वाले झंडे पर भगवा लहरा दिया था। चांद तारा वाला झंडा बांग्लादेश का राष्ट्रीय झंडा नहीं है। चिन्मय दास पर मुस्लिम लोग भारतीय खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगा रहे हैं।
केरल में दहशत, जमीन के अंदर से आ रही धमाकों की आवाज, वैज्ञानिक भी कांप उठे!