नई दिल्ली : बाढ़, भूकंप और भूस्खलन से पूरी दुनिया परेशान है. अभी हाल ही में तुर्की में आए भूकंप से पूरा तुर्की तबाह हो गया है. करीब 40 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है. न्यूजीलैंड में भी बाढ़ और भूस्खलन के बीच गेब्रियल की वजह से पूरे देश में आपातकाल की […]
नई दिल्ली : बाढ़, भूकंप और भूस्खलन से पूरी दुनिया परेशान है. अभी हाल ही में तुर्की में आए भूकंप से पूरा तुर्की तबाह हो गया है. करीब 40 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है.
न्यूजीलैंड में भी बाढ़ और भूस्खलन के बीच गेब्रियल की वजह से पूरे देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है. गेब्रियल एक चक्रवात है जिसके खतरे को भांपते न्यूजीलैंड ने आपातकाल की घोषणा कर दिया है. न्यूजीलैंड के 6 इलाकों – ऑकलैंड, नॉर्थलैंड, वाइकाटो, ताइराविटी, बे ऑफ प्लेंटी और हॉक्स बे में पहले से ही आपातकाल लागू कर दिया है. न्यूजीलैंड के इतिहास में तीसरी बार राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की गई है.
न्यूजीलैंड के आपातकालीन प्रबंधन मंत्री कीरन मैकअनल्टी ने सुबह आपातकाल की घोषणा की. आपातकाल घोषित करने से पहले न्यूजीलैंड के सभी दलों का समर्थन हासिल किया गया. सभी दलों के समर्थन के बाद आपातकाल घोषित करने का फैसला लिया गया.
चक्रवात गेब्रियल को लेकर अपने आधिकारिक बयान में न्यूजीलैंड की सरकार ने कहा कि यह एक अभूतपूर्व मौसम घटना है जिसकी वजह से न्यूजीलैंड का अधिकांश हिस्सा प्रभावित होगा. चक्रवात की वजह से न्यूजीलैंड की स्थिति बहुत खराब हो सकती है. चक्रवात से काफी जनहानि की आशंका जताई जा रही है.
गैब्रयिल चक्रवात से निपटने के लिए न्यूजीलैंड की सरकार पूरी तरह से तैयार है.जहां पर चक्रवात की संभावना ज्यादा है वहां पर सरकार ने राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी को लगा दिया है. एजेंसी ने नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है. इसी के साथ सरकार ने रिसर्च टीम को भी मुस्तैद कर दी है ताकि ये पता लगाया जा सके कि आपातकाल की घोषणा से देश में कितना नुकसान हो रहा है. सरकार लोगों से निरंतर अपील कर रही है कि आप लोग सरकार का सहयोग करे हम आप के साथ है.
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