नई दिल्ली : अगले कुछ महीनों में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले है. बता दें कि हर प्रत्याशी अब जोर-शोर से प्रचार में जुटा हुआ है, और इन लोगों के समर्थक भी बोल रहे हैं. इस बीच अफवाहों के बाजार में इस बात को लेकर काफी उत्साह है कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क […]
नई दिल्ली : अगले कुछ महीनों में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले है. बता दें कि हर प्रत्याशी अब जोर-शोर से प्रचार में जुटा हुआ है, और इन लोगों के समर्थक भी बोल रहे हैं. इस बीच अफवाहों के बाजार में इस बात को लेकर काफी उत्साह है कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क किस उम्मीदवार का समर्थन कर सकते हैं और क्या वो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप या मौजूदा जो बाइडन का समर्थन करेंगे, लेकिन अब मस्क ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी अमेरिका में किसी को दान देने की कोई योजना नहीं है, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार तक.और क्या वो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप या मौजूदा जो बाइडन का समर्थन करेंगे, लेकिन अब मस्क ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी अमेरिका में किसी को दान देने की कोई योजना नहीं है, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार तक.
मस्क ने सोशल नेटवर्क एक्स पर इसकी घोषणा की, और उन्होंने लिखा कि “स्पष्ट होने के लिए, मैं आपको बता रहा हूं कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के किसी भी उम्मीदवार को पैसे दान नहीं कर रहा हूं”. हालांकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की है, और एक रिपोर्ट के अनुसार अरबपति और कुछ अमीर रिपब्लिकन दानदाताओं ने एक निजी मामले पर चर्चा करने के लिए रविवार को फ्लोरिडा के पाम बीच में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की है. हालाँकि ट्रंप ने अभी तक सोशल मीडिया पर मस्क की टिप्पणियों का जवाब नहीं दिया है.
अतीत में कई अन्य व्यापारिक दिग्गजों की तरह मस्क ने रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों की मदद की है. उन्होंने अन्य अरबपतियों की तरह राष्ट्रपति अभियानों में भारी निवेश नहीं किया, और इन सालों में उन्होंने रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों पार्टियों को दान दिया है. साथ ही अमेरिकी डेमोक्रेट नेता जो बाइडन और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप देश के 15 राज्यों में प्राइमरी जीतकर अपनी-अपनी पार्टी से राष्ट्रपति पद का दावा करने में कामयाब रहे, हालांकि ट्रंप की भारतीय मूल की प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली ने खुद को व्हाइट हाउस की दौड़ से दूर कर लिया है. इस कारण से इस नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में 2020 की तरह ही बाइडन और ट्रंप के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिलने की संभावना है.
साथ ही अमेरिकी डेमोक्रेट नेता जो बाइडन और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप देश के 15 राज्यों में प्राइमरी जीतकर अपनी-अपनी पार्टी से राष्ट्रपति पद का दावा करने में कामयाब रहे, हालांकि ट्रंप की भारतीय मूल की प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली ने खुद को व्हाइट हाउस की दौड़ से दूर कर लिया है. इस कारण से इस नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में 2020 की तरह ही बाइडन और ट्रंप के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिलने की संभावना है.
अमेरिका में ‘सुपर ट्यूजडे’ को भारी हार के बाद निक्की हेली ने भी अपना अभियान रोक दिया है. ये डोनाल्ड ट्रंप को नवंबर 2024 में रिपब्लिकन नामांकन के लिए अंतिम शेष प्रमुख उम्मीदवार बनाता है, और डेमोक्रेट बाइडन और रिपब्लिकन ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में अग्रणी उम्मीदवार माना जाता था, और अब “सुपर ट्यूज़डे” चुनाव परिणामों के मुताबिक ट्रंप (77) को डेलीगेट्स में स्पष्ट बढ़त हासिल थी. 81 वर्षीय बाइडन जो राष्ट्रपति पद पर वापसी की मांग कर रहे हैं, और लगभग सभी राज्यों में डेमोक्रेटिक प्राइमरी में जीत हासिल की है. बता दें कि बाइडन सामोआ में जेसन पामर से हार गए, लेकिन प्राइमरी में उन्हें बड़ी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा, और इस बीच राष्ट्रपति पद की लड़ाई लगातार दिलचस्प होती जा रही है. 81 वर्षीय बाइडन जो राष्ट्रपति पद पर वापसी की मांग कर रहे हैं, और लगभग सभी राज्यों में डेमोक्रेटिक प्राइमरी में जीत हासिल की है. बता दें कि बाइडन सामोआ में जेसन पामर से हार गए, लेकिन प्राइमरी में उन्हें बड़ी चुनौती का सामना न
Lok Sabha Elections: बसपा से गठबंधन होने की संभावना से अखिलेश ने किया इनकार, जानें क्या कहा