नई दिल्ली: इतिहास की किताबों में आपने पढ़ा होगा कि प्राचीन काल में पत्थरों को रगड़ने से आग उत्पन किया जाता था, आज माचिस होने के बावजूद देश में कई जगह हवन की अग्नि प्रज्वलित करने के लिए पुराने नियमों का उपयोग कर रहे है. कुछ दिनों पहले बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने […]
नई दिल्ली: इतिहास की किताबों में आपने पढ़ा होगा कि प्राचीन काल में पत्थरों को रगड़ने से आग उत्पन किया जाता था, आज माचिस होने के बावजूद देश में कई जगह हवन की अग्नि प्रज्वलित करने के लिए पुराने नियमों का उपयोग कर रहे है. कुछ दिनों पहले बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने भी इसी पद्धति के जरिए अग्नि प्रज्वलित की तो उसकी चर्चा भी देशभर में हुई थी. अफ्रीका महाद्वीप के एक देश कांगो में अजीबोगरीब मामला सामने आया है.
लोगों का कहना है कि अफ्रीका में पाई जाने वाली चट्टानें बिजली पैदा कर सकती हैं. ये भी कह रहे कि अफ्रीका महाद्वीप के हर देश की बिजली की समस्या दूर कर सकते हैं. खबर के अनुसार वैज्ञानिकों ने इस तरह से बिजली का प्रोडक्शन करने से इनकार कर दिया. इसी तरह एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ जियोसाइंसेस के प्रोफेसर स्टुअर्ट का कहना है कि उन्हें संदेह है. चट्टानों की टक्कर से इतनी बिजली पैदा हो सके कि उससे हर देश की सारी जरूरतें पूरी हो जाए।
अफ्रीका का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है. इस वीडियो को ट्विटर पर @danielmarven नाम के यूजर ने शेयर किया है और अब तक इस वीडियो को दो मिलियन से अधिक लोग देख चुके है, वहीं इस वीडियो को 41 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके है. इसके अलावा इस वीडियो को 10 हजार से अधिक लोग Retweets कर चुके है और दो हजार से अधिक Quote Tweets किए है. सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को देखने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक यूजर्स ने लिखा कि डीआरसी असली वकंडा है, मेरा मतलब है कि देश सभी प्रकार के खनिजों से समृद्ध है. अगर चीजें ठीक से चलतीं तो यह देश अफ्रीका का दुबई हो सकता है.
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