नई दिल्ली: अमेरिका में मंगलवार (5 नवंबर) को राष्ट्रपति चुनाव होंगे। हालांकि, अमेरिका में भारतीय समय के मुताबिक बुधवार सुबह वोटिंग शुरू होगी. डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी से तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी ने इस बार कमला हैरिस को अपना उम्मीदवार बनाया है. माना जा रहा है कि भारतीय मूल की कमला हैरिस और ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर होगी. देश के 16 करोड़ से ज्यादा मतदाता मंगलवार को दोनों नेताओं के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे.
वोटिंग खत्म और वोटों की गिनती भी शुरू हो जाएगी. इसके बाद देर रात तक नतीजे भी सामने आ जाएंगे. डोनाल्ड ट्रंप तीसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, हालांकि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें जो बिडेन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार ट्रंप का दावा मजबूत माना जा रहा है. टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क जैसे उद्योगपति भी ट्रंप का खुलकर समर्थन कर रहे हैं, यही नहीं ज्यादातर चुनावी सर्वेक्षणों में ट्रंप आगे चल रहे हैं.
हालांकि, दोनों के बीच हालिया जीत का अंतर काफी कम माना जा रहा है. अगर कमला हैरिस अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीत जाती हैं तो वह इतिहास रच देंगी, क्योंकि वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राज्य मिशिगन, जॉर्जिया और पेंसिल्वेनिया में हैरिस और ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर है. अमेरिका के अहम राज्यों पर नजर रखने वाली संस्था ‘रियल क्लियर पॉलिटिक्स’ का कहना है कि दोनों नेताओं के बीच बराबरी की स्थिति है.
वहीं नेशनल सर्वे में डोनाल्ड ट्रंप को 0.1% अंकों की बढ़त मिल रही है. जबकि अन्य महत्वपूर्ण राज्यों में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को 0.9 फीसदी अंकों की बढ़त हासिल है. हालांकि, अन्य मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि फिलहाल इस कड़े मुकाबले में किसी भी उम्मीदवार को स्पष्ट बढ़त नहीं मिल रही है. क्योंकि कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप को 49-49 फीसदी वोटरों का समर्थन मिल रहा है. अमेरिका के सात सबसे अहम और निर्णायक राज्यों में पेंसिल्वेनिया सबसे अहम है. जहां 19 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं.
जबकि नॉर्थ कैरोलिना और जॉर्जिया में 16-16, मिशिगन में 15 और एरिजोना में 11 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं। इसके अलावा विस्कॉन्सिन में 10 और नेवादा में छह इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं. अगर अन्य राज्यों की बात करें तो आयोवा में कमला हैरिस डोनाल्ड ट्रंप से 44 फीसदी के मुकाबले 47 फीसदी से आगे हैं. ये नतीजे जहां ट्रंप के लिए निराशाजनक हैं, वहीं कमला हैरिस के व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए ये सकारात्मक संकेत हैं।
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