नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट और अंतरिम सरकार के गठन के बाद अब छात्र नई मांग को लेकर सड़क पर उतर आये हैं। गुरुवार को शोक दिवस के मौके पर हजारों की संख्या में छात्र सड़क पर उतरे और हंगामा किया। उन्होंने मांग की है कि शेख हसीना को भारत से वापस लाया जाए और उन्हें जेल में डाल दिया जाए। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने शोक दिवस का बहिष्कार किया। उनका कहना है कि बांग्लादेश में नया इतिहास लिखने का समय आ गया है। उनकी पहचान अब बंगबंधु नहीं बल्कि इस्लामी आधार होगी।
राजधानी ढाका में शहीद मीनार पर अलग-अलग छात्र गुटों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की पूर्व सरकार में रहे लोगों के खिलाफ एक्शन हो। शेख हसीना को भारत से देश वापस लाया जाए और उनपर मुकदमा चलाया जाए। छात्रों का कहना है कि छात्र आंदोलन के दौरान शेख हसीना ने गोली चलवाई थी। इसमें शामिल सभी लोगों पर एक्शन होना चाहिए।
प्रदर्शन में शामिल जमात-ए- इस्लामी संगठन से जुड़े छात्रों के मुताबिक बांग्लादेश का आज से इतिहास लिखा जाएगा। उनके नए इतिहास में पहचान बंगबंधु नहीं बल्कि इस्लामी आधार होगी। इस दौरान प्रदर्शनकारी शेख हसीना के घर के बाहर पहुंचकर हंगामा कर रहे थे। उन्होंने जगह-जगह पर हिंसा की। अवामी पार्टी के कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। उन्होंने पूरी तरह से शोक दिवस का बहिष्कार किया।
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