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चार देशों पर टूटा ट्रंप के गुस्से का कहर, पांच लाख से अधिक लोगों का छीना लीगल स्टेटस, छोड़ना पड़ेगा अमेरिका!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसा फैसला किया है जिसके वजह से चार देशों के 5 लाख से अधिक लोगों को अमेरिका से बाहर होना पड़ेगा. यह फैसला जो बाइडेन के पैरोल प्रोग्राम को पलट देगा. इसके बाद लाखों लोगों को निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है.

Trump revokes legal status of Five lac people
  • March 22, 2025 8:21 am Asia/KolkataIST, Updated 2 days ago

 डोनाल्ड ट्रंप जब से अमेरिका के दोबारा राष्ट्रपति बने हैं, रोज कोई न कोई ऐसा फैसला करते हैं जिससे हड़कंप मच जाता है. उनके ट्रेड एंड टैरिफ वॉर से दुनिया परेशान है और उसकी जद में भारत भी है. अब उन्होंने क्यूबा, हैती, निकारागुआ और वेनेज़ुएला के 5.3 लाख लोगों के अस्थायी कानूनी दर्जे को रद्द करने का निर्णय लिया है. तारीख भी तय कर दी है कि 24 अप्रैल से ये आदेश लागू हो जाएगा. यह फैसला जो बाइडेन के पैरोल प्रोग्राम को पलट देगा. इसके बाद लाखों लोगों को निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है.

फाइनेंसियल स्पॉन्सर के साथ आये थे

दरअसल चार देशों क्यूबा, हैती, निकारागुआ और वेनेज़ुएला के 530,000 लोग अक्टूबर 2022 में फाइनेंसियल स्पॉन्सर के साथ अमेरिका आए थे. इन्हें अमेरिका में रहने और काम करने के लिए दो साल का परमिट मिला अब होमलैंड सुरक्षा विभाग का कहना है कि ऐसे लोग 24 अप्रैल को संघीय रजिस्टर में नोटिस प्रकाशित होने के 30 दिन बाद ये लोग अपने लीगल स्टेटस को गंवा देंगे. मतलब साफ है कि अमेरिका में नहीं रह पाएंगे क्योंकि इनका वैध स्टेटस खत्म हो जाएगा. पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन प्रवासियों को दो साल की पैरोल दी थी, जो अब प्रभावी रूप से समाप्त हो गई है. चारों देशों वेनेज़ुएला, क्यूबा, हैती और निकारागुआ के नागरिकों को अमेरिकी स्पॉन्सर के जरिए हवाई मार्ग से अमेरिका में प्रवेश करने की अनुमति मिली थी.

मानवीय पैरोल सिस्टम क्या है

अमेरिका में मानवीय पैरोल सिस्टम एक लीगल सिस्टम है, जिसका उपयोग राष्ट्रपतियों ने उन देशों के लोगों के लिए किया जहां युद्ध या राजनीतिक अस्थिरता है. यह सिस्टम मानवता के आधार पर बनाया गया. ऐसे लोग अमेरिका में प्रवेश कर सकते हैं और अस्थायी रूप से रह सकते हैं. ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इस सिस्टम का व्यापक दुरुपयोग हो रहा है लिहाजा इसे खत्म करने का निर्णय लिया है. ट्रंप ने शपथ लेने से पहले ही यह बात कहनी शुरू कर दी थी कि अमेरिकियों का हक कोई और खा रहा है और अमेरिका फर्स्ट का नारा बुलंद किया था.

बाइडन ने शुरू किया पैरोल एंट्री कार्यक्रम

जो बाइडेन ने 2022 में वेनेजुएला के लोगों के लिए पैरोल एंट्री कार्यक्रम शुरू किया था. 2023 में इसका विस्तार किया गया और क्यूबा, ​​हैती व निकारागुआ को इसमें शामिल कर लिया गया. संयुक्त राज्य अमेरिका और इन चार देशों के बीच राजनयिक और राजनीतिक संबंध ठीक नहीं है. ट्रंप का मानना है कि जिन देशों और नागरिकों ने अमेरिका को शरणस्थली बना लिया है उन्हें हरहाल में अमेरिका छोड़ना पड़ेगा. वो किसी भी सूरत में रियायत देने के मूड में नहीं दिख रहे हैं.

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