Donald Trump on Nobel Prize Winners, America Ke Rashtrapati Donald Trump Ko Chahiye Nobel Prize: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नोबेल प्राइज से सम्मानित होना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वो नहीं जानते की पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को क्यों इससे सम्मानित किया गया. उन्होंने दावा किया है कि नोबेल शांती पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए था. बता दें कि ओबामा को अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और लोगों के बीच सहयोग को मजबूत करने के असाधारण प्रयासों के लिए शांति पुरस्कार दिया गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में अपनी सबसे पुरानी शिकायतों में से एक को फिर रखा कि यह अनुचित है कि उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार कभी नहीं मिला है.
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में अपनी सबसे पुरानी शिकायतों में से एक को दोबारा दोहराया. उन्होंने कहा कि, यह अनुचित है कि उन्हें कभी नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला. उन्होंने शिकायत करते हुए कहा कि, अगर वे इसे निष्पक्ष रूप से देते तो मैं बहुत सारी चीजों के लिए नोबेल पुरस्कार प्राप्त करता, लेकिन वो ऐसा नहीं करते हैं. डोनाल्ड ट्रम्प ने 2009 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा को अचानक मिले नोबल पुरस्कार पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. बता दें कि 2009 में बराक ओबामा को अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति और लोगों के बीच सहयोग को मजबूत करने के असाधारण प्रयासों के लिए शांति पुरस्कार दिया गया था. खास बात थी कि वो उसी समय राष्ट्रपति बने थे.
ट्रम्प ने कहा, उन्होंने ओबामा को राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी के लिए तुरंत नोबेल शांती पुरस्कार दे दिया और उन्हें (ओबामा को) पता नहीं था कि उन्हें यह क्यों मिला. पता है क्या? मैं इसी बात पर ओबामा से सहमत था. दरअसल ट्रंप ने ये कहा कि वो ओबामा के इस सवाल से सहमत थे कि उन्हें (ओबामा को) पुरस्कार क्यों दिया. ट्रंप ने कहा कि वो खुद नहीं जानते की ओबामा को क्यों पुरस्कार दिया गया और उन्हें क्यों नहीं?
डोनाल्ड ट्रंप ने ये बात अमेरिकी राष्ट्रपति संयुक्त राष्ट्र महासभा के मौके पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बैठक में बोली. संयुक्त राष्ट्र महासभा में सोमवार को, पाकिस्तानी प्रेस के एक सदस्य ने कथित तौर पर ट्रम्प को सुझाव दिया कि यदि वह विवादित कश्मीर क्षेत्र को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का हल निकालते हैं तो वह ऐसे सम्मान के योग्य होंगे.
ट्रम्प ने खुद को भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर एक संभावित मध्यस्थ के रूप में बताया, यह तर्क देते हुए कि उनका इमरान खान और भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक अच्छा रिश्ता है और वह मध्यस्थ के रूप में कभी असफल नहीं हुए.