Donald Trump No Mediation on Kashmir Issue: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मसले पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने से इनकार कर दिया है. अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन सिंगला ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मसले को भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला बताया है. पहले उन्होंने पाक पीएम इमरान खान से कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मधय्स्थता की पेशकश की थी लेकिन अब वे इस बात से मुकर गए हैं और उन्होंने इसे भारत और पाकिस्तान के ऊपर ही छोड़ दिया है.
वाशिंगटन/नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अमेरिका ने फिर एक बार भारत-पाकिस्तान मुद्दे को हवा दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जम्मू-कश्मीर को भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला बताया है साथ ही उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर भारत-पाक के बीच मध्यस्थता करने से साफ इनकार कर दिया है. अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन सिंगला के मुताबिक अमेरिका भारत और पाकिस्तान को खुद ही इस मसले को हल करने देना चाहता है. पिछले महीने जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जब अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी तब ट्रंप ने कश्मीर मसले पर भारत-पाक के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय राजदूत हर्षवर्धन सिंगला का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही साफ कर चुके हैं कि यदि भारत और पाकिस्तान चाहें तो वे कश्मीर मसले को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर सकते हैं. हालांकि भारत ने ट्रंप के मध्यस्थता की पेशकश को ठुकरा दिया है, अब मध्यस्थता का कोई रास्ता नहीं बचा है. इसलिए इस मसले पर दोनों देश मिलकर ही फैसला ले सकते हैं.
बीती 22 जुलाई को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने इमरान खान से कश्मीर मुद्दे का हल निकालने के लिए भारत-पाक के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी. उन्होंने इमरान खान से यह भी कहा था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बारे में वे बात कर चुके हैं.
हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने बाद में साफ किया कि पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहले कभी भी कश्मीर पर मध्यस्थता को लेकर बात नहीं हुई है. इससे डोनाल्ड ट्रंप का पीएम मोदी को लेकर किया गया दावा झूठा साबित हुआ था. हालांकि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से एक दिन पहले ही पाक पीएम इमरान खान ने ट्वीट कर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की थी और डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता करने को कहा था.