नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी के बीच, बुधवार को प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को लेकर आरोप लगाए, जिनमें उन्होंने दावा किया कि हैती से आए प्रवासी ओहायो में स्थानीय अमेरिकियों के पालतू जानवरों को चुराकर उनका मांस खा रहे हैं। ट्रंप ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान सरकार इस मुद्दे को सुलझाने में विफल रही है।
हालांकि, डिबेट के मॉडरेटर डेविड मुइर ने ट्रंप के दावों को तुरंत खारिज करते हुए कहा कि ओहायो के स्प्रिंगफील्ड सिटी मैनेजर के अनुसार, इस तरह के कोई सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह दावा पूरी तरह निराधार है। बता दें, यह विवाद तब बढ़ा जब ओहायो में रहने वाली एक महिला, अल्लेक्सिस टेलिया फेरल, पर पालतू बिल्ली को मारकर खाने का आरोप लगा। 27 वर्षीय फेरल को इस मामले में 6 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था। गवाहों के अनुसार, फेरल ने बिल्ली को सिर पर मारा और फिर उसे लोगों के सामने खा लिया। उन पर जानवरों के प्रति क्रूरता का मामला दर्ज किया गया और एक लाख डॉलर के जुर्माने पर उन्हें जमानत मिल गई।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। ट्रंप के कैंपेन ने इस घटना को लेकर एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि ट्रंप अगर फिर से राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो ऐसे प्रवासियों को देश से निर्वासित कर देंगे। वहीं, उन्होंने कमला हैरिस पर तंज कसते हुए कहा कि हैरिस इन प्रवासियों को अमेरिकी शहरों में बसाने का काम करेंगी।
रिपब्लिकन पार्टी के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार और ओहायो से सांसद जेडी वेंस ने भी इस मुद्दे को उछाला। वेंस ने कहा कि महीनों पहले उन्होंने चेतावनी दी थी कि हैती के अवैध प्रवासी ओहायो में सामाजिक सेवाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं। हालांकि, ओहायो के अधिकारियों ने इस तरह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं।’
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