Earthquake In 5 Countries: शुक्रवार, 28 मार्च 2025 को पूर्वी एशिया के पांच देशों में भूकंप ने ऐसी तबाही मचाई कि लोग दहशत में आ गए. करीब एक दशक पहले नेपाल में देखी गई इस तरह की प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर भयानक मंजर पैदा किया. ऊंची-ऊंची इमारतें पलक झपकते ही मलबे में बदल गईं. इस भूकंप का सबसे गहरा असर म्यांमार और थाईलैंड पर पड़ा लेकिन जमीन के भीतर हुई हलचल ने भारत, चीन और बांग्लादेश तक को हिलाकर रख दिया.
म्यांमार
म्यांमार में आज सुबह 11:50 बजे के आसपास 7.7 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया. इसका केंद्र सगाइंग क्षेत्र के पास था. जो मंडाले से करीब 16 किलोमीटर दूर है. इसके बाद 12 मिनट बाद 6.4 तीव्रता का दूसरा झटका आया. मंडाले में अवा ब्रिज ढह गया और कई इमारतें जमींदोज हो गईं. सगाइंग, मंडाले, मेगवे, बागो और नेपिडॉ में आपातकाल घोषित किया गया.
थाईलैंड
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जो म्यांमार से करीब 900 किलोमीटर दूर है. यहां एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढह गई, जिसमें कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. बैंकॉक में आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया गया और लोगों को ऊंची इमारतों से बाहर निकाला गया.
भारत
भारत के कई हिस्सों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, मेघालय के ईस्ट गारो हिल्स में दोपहर 1:03 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर भारत और नॉर्थ-ईस्ट के कुछ इलाकों में भी हल्की कंपन की खबरें आईं, जो म्यांमार के भूकंप का असर माना जा रहा है.
बांग्लादेश
बांग्लादेश के ढाका और चटगांव जैसे शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.3 मापी गई. लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए, हालांकि अभी बड़े नुकसान की खबर नहीं है.
चीन
चीन के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत युन्नान और सिचुआन में भी भूकंप का असर देखा गया. म्यांमार की सीमा से सटे रुइली शहर में कुछ घरों को नुकसान पहुंचा. सोशल मीडिया पर वीडियो में सड़कों पर मलबा बिखरा दिखाई दिया. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार ताइवान और वियतनाम के कुछ हिस्सों में भी हल्के झटके महसूस किए गए. हालांकि इनकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है.
भूकंप का प्रभाव
म्यांमार में अब तक 144 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. जबकि थाईलैंड में 15 लोगों के मारे जाने की खबर है. दोनों देशों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रभावित देशों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. आज का यह भूकंप दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए एक बड़ी आपदा साबित हुआ है. म्यांमार और थाईलैंड में तबाही का मंजर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है. जबकि भारत और बांग्लादेश में स्थिति नियंत्रण में है.