नई दिल्ली। अफ्रीकी देश कांगो अब तक के अपने सबसे घातक प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है। भारी बारिश और बाढ़ ने देश में ऐसी भीषण तबाही मचाई है कि लाशों का ढेर लग गया है। अब तक 400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। मलबों और मिट्टी में अभी भी लाशों का मिलना जारी है। बचावकर्मी लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्वी कांगो के दक्षिण किवु प्रांत में एक नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से ये बाढ़ आई है।
बाढ़ की स्थिति गुरुवार को पैदा हुई जब भारी बारिश के बाद नदियां उफान पर आ गईं और किनारों पर बहने लगीं। इसके बाद पानी गांवों में घुस और घरों को बहा ले गया। बाढ़ ने सबसे ज्यादा नुकसान दक्षिण किवु के गावों में पहुंचाया है। किवु में एक नागरिक समाज समूह के प्रतिनिधि रेमी कासिंदी ने बताया कि स्थिति काफी भयावाह है। उन्होंने कहा कि जीवित बचे लोग कीचड़ में अपनों की तलाश कर रहे हैं। किवु झील से कुछ शवों को निकाला गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाढ़ और भूस्खलन की वजह से कम से कम 1200 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। इन घरों में रहने वाले करीब 3000 परिवार बेघर हो गए हैं। बड़ी संख्या में ऐसे परिवार भी हैं, जिनके सभी सदस्यों की बाढ़ में मौत हुई है। जीवित बचे लोगों ने बताया कि बाढ़ का पानी इतनी तेजी से आया कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। उधर, बचावकर्मियों का कहना है कि अभी लापता लोगों की कुल संख्या बताना मुश्किल है। मलबों से शवों का निकलना अभी जारी है।