नई दिल्ली। तुर्की में सोमवार को 12 घंटे के अंदर तीन शक्तिशाली भूकंप आए। इन भूकंपों की तीव्रता 7.8, 7.6 और 6.0 थी। भूकंप का केंद्र तुर्की का गाजियांटेप शहर था। यह शहर सीरिया बॉर्डर से 90 किलोमीटर दूर है। इसी वजह से सबसे ज्यादा तबाही तुर्की और सीरिया में हुई। दोनों देशों में अब […]
नई दिल्ली। तुर्की में सोमवार को 12 घंटे के अंदर तीन शक्तिशाली भूकंप आए। इन भूकंपों की तीव्रता 7.8, 7.6 और 6.0 थी। भूकंप का केंद्र तुर्की का गाजियांटेप शहर था। यह शहर सीरिया बॉर्डर से 90 किलोमीटर दूर है। इसी वजह से सबसे ज्यादा तबाही तुर्की और सीरिया में हुई। दोनों देशों में अब तक 3800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 11 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भूकंप की वजह से तुर्की के दक्षिण पूर्वी शहरों में 3,400 से ज्यादा इमारतें गिर गई हैं। तुर्की में भूकंप से अब तक 2300 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं सीरिया में करीब 1500 लोग मारे गए हैं। बता दें कि तीन बड़े भूकंप के झटकों के साथ ही 78 आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए हैं। जिनकी तीव्रता 4 से 5 दर्ज की गई।
बता दें कि इस शक्तिशाली भूकंप से तुर्की के अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर और नूरदगी शहर समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई है। खबरों के मुताबिक तुर्की में कुल 1,710 से ज्यादा बिल्डिंग गिरी है। कई लोग अभी मलबे के नीचे दबे हैं। फिलहाल लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
इस भूकंप का केंद्र तुर्की का गाजियांटेप शहर था। यह शहर सीरिया बॉर्डर से करीब 90 किलोमीटर दूर है। इसी वजह से सीरिया में भी भूकंप से काफी तबाही हुई है। सीरिया के दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में भूकंप की वजह से इमारतें गिरने की खबर है।
तुर्की के उपराष्ट्रपति फुआत ओक्ते के दफ्तर की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक देश के 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी रहेगा। एक हफ्ते तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। 200 से ज्यादा फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। मिलिट्री के लिए एयर कॉरिडोर बनाया जा रहा है, जिसमें सिर्फ एयरक्राफ्ट को लैंड और टेकऑफ करने की मंजूरी दी जाएगी।
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