General Asim Munir: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हाल ही में हुए ट्रेन हाईजैक ने देश को हिलाकर रख दिया है. बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के इस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने शहबाज शरीफ सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं बल्कि देश के अस्तित्व को संकट में डाल दिया है.
100 से अधिक सैनिकों की मौत का दावा
11 मार्च 2025 को बलूचिस्तान के बोलन क्षेत्र में बीएलए की माजिद ब्रिगेड ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया जिसमें करीब 425 यात्री सवार थे. बीएलए ने दावा किया कि इस हमले में 100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और कई को बंधक बना लिया गया. हालांकि सेना ने जवाबी कार्रवाई में 33 आतंकियों को मारने और यात्रियों को मुक्त कराने की बात कही लेकिन बीएलए ने इसे झूठ करार देते हुए 214 बंधक सैनिकों को मारने का दावा किया. इस घटना ने पाकिस्तानी सेना की तैयारियों पर सवालिया निशान लगा दिया.
जनरल मुनीर का आक्रोश
18 मार्च को नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक द्वारा बुलाई गई संसदीय समिति की बैठक में जनरल असीम मुनीर ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा ‘उग्रवाद के खिलाफ जंग देश के अस्तित्व को बचाने के लिए है.’ मुनीर ने शहबाज शरीफ से शासन में सुधार की मांग करते हुए सवाल किया ‘शासन में इस खाई को कब तक पाकिस्तानी सेना और उसके सैनिकों के खून से भरा जाता रहेगा?’ उन्होंने बलूचिस्तान में बिगड़ते हालात के लिए सरकार और प्रांतीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया.
भारत और अफगानिस्तान पर आरोप
पाकिस्तान ने इस हमले के पीछे भारत और अफगानिस्तान का हाथ होने का आरोप लगाया जिसे दोनों देशों ने खारिज कर दिया. बैठक में पीएम शहबाज शरीफ और कई बड़े नेता मौजूद थे लेकिन इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने इसका बहिष्कार किया. मुनीर ने चेतावनी दी ‘जो लोग आतंकवाद से पाकिस्तान को कमजोर करना चाहते हैं हम उन्हें और उनके समर्थकों को हराएंगे.’
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