नई दिल्ली, चीन के फाइनेंशियल हब कहे जाने वाले शंघाई में कोरोना ने जबरदस्त तबाही मचा रखी है. गुरुवार को शंघाई में कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ 27 हजार से ज्यादा मामले सामने आए. हालांकि, 25 हजार से ज्यादा संक्रमितों में अब तक कोरोना के कोई लक्षण सामने नहीं आए हैं. शंघाई में जब कोरोना का […]
नई दिल्ली, चीन के फाइनेंशियल हब कहे जाने वाले शंघाई में कोरोना ने जबरदस्त तबाही मचा रखी है. गुरुवार को शंघाई में कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ 27 हजार से ज्यादा मामले सामने आए. हालांकि, 25 हजार से ज्यादा संक्रमितों में अब तक कोरोना के कोई लक्षण सामने नहीं आए हैं. शंघाई में जब कोरोना का पहला केस आया था, तब ही चीनी राष्ट्रपति से यहाँ सख्ती बरतनी शुरू कर दी थी.
दुनिया भर में शंघाई कोरोना की अब तक की सबसे बुरी मार से जूझ रहा है. चीन की ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ नीति के तहत यहाँ सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया है. शंघाई की 2.5 करोड़ आबादी इस समय घरों में कैद है. सख्त लॉकडाउन के बावजूद भी यहां कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहा है. शंघाई में कोरोना के मामलों में जबरदस्त तेजी की वजह कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को माना जा रहा है.
कोरोना से शंघाई की हालत इतनी खराब हो गई है कि यहां अब संक्रमितों के लिए क्वारंटाइन सेंटर तक नहीं बचे हैं. ऐसे में, स्कूलों और दफ्तरों की इमारतों को क्वारनटीन सेंटर में बदला जा रहा है. खबरों के मुताबिक, शंघाई में क्वारनटीन सेंटर खचाखच भरे हुए हैं. इन क्वारंटाइन सेंटर्स में हालत इतनी बुरी है कि यहां दो बिस्तरों के बीच एक हाथ का अंतर भी नहीं है.
दिल्ली में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, ऐसे में स्कूल में भी कुछ बच्चे कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं. इस बीच दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए नई गाइ़डलाइंस जारी कर दी है. गाइडलाइंस के मुताबिक अगर दिल्ली के स्कूल में एक भी कोरोना का केस मिलता है तो स्कूल को बंद कर दिया जाएगा, या फिर उस विंग को बंद कर दिया जाएगा.
दिल्ली सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के मुताबिक अगर स्कूल में कोई भी कोरोना संक्रमित मिलता मिलता है तो तुरंत DoE को इसकी जानकारी देनी होगी. वहीं स्कूल की उस विंग या फिर पूरे स्कूल को भी फौरन बंद करना होगा, जिससे अन्य बच्चों को कोरोना न हो. गाइडलाइन में जोर देकर कहा गया है कि स्कूल में छात्रों और शिक्षकों को मास्क पहनना होगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा, और नियमित रूप से हाथ धोने होंगे और कोरोना को लेकर जागरूकता भी फैलानी होगी.