नई दिल्ली: इजराइली डिफेंस फोर्स के युद्धविराम से इंकार करने के बाद राफा सीमा और गाजा पर लगातार हमले बढ़ गए हैं. उधर हमास के हमले के बाद इजराइल ने पूरे गाजा की घेराबंदी कर ली है. ऐसे में गाजा में बिजली पानी की बड़ी किल्लत हो गई है. जिससे लाखों लोग गाजा से विस्थापित […]
नई दिल्ली: इजराइली डिफेंस फोर्स के युद्धविराम से इंकार करने के बाद राफा सीमा और गाजा पर लगातार हमले बढ़ गए हैं. उधर हमास के हमले के बाद इजराइल ने पूरे गाजा की घेराबंदी कर ली है. ऐसे में गाजा में बिजली पानी की बड़ी किल्लत हो गई है. जिससे लाखों लोग गाजा से विस्थापित होने को मजबूर हो गए हैं. साथ ही गाजा के लोगों को मदद पहुंचने का अमेरिकी प्रयास भी नाकाम होता दिख रहा हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल अब जमीनी हमलों के लिए तैयार हो चुका है.
इजराइल और हमास के बीच चल रहे जंग के 12 दिन गुजर गए हैं. इजराइली सेना अभी भी गाजा में हमास के ठिकानों पर लगातार बमबारी कर रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना द्वारा किये गए हमले में दक्षिण गाजा में दर्जनों लोगों की मौत हो गई है. वहीं खान यूनिस व राफा शहरों के बाहर हमलों के बाद लहू-लुहान लोगों को अस्पताल ले जाया गया. इतना ही नहीं इजराइल की सेना ने उत्तरी गाजा की सीमा पर टैंक तैनात कर दिए हैं और मिस्र की सीमा पर मिल रही मानवीय मदद रोक दी है. जिसके बाद गाजा के लोगों को पीने के लिए पानी भी मिलना मुश्किल हो गया है.
गाजा का इलाका छोड़ कर रफाह शहर की तरफ जा रहे लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गाजा में पीने के लिए पानी की भारी कमी हो गई है. साथ ही खाना भी नहीं बचा है. लोगों ने कहा कि जिंदगी बोझ जैसी हो गई है. गाजा से पलायन कर रही एक अन्य महिला ने कहा कि हम अपना घर छोड़ कर किसी शरणार्थी कैंप की तलाश में हैं, ऐसा करते वक्त बहुत शर्म महसूस कर रहे हैं. हमारे पास पहनने के लिए कपड़े नहीं हैं और जो हैं बचे हैं वो बहुत गंदे हो गए हैं. कपड़े साफ करने के लिए भी पानी ही नहीं है. वहीं इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि अभी तक लगभग दस लाख लोग इन समस्याओं की वजह से विस्थापित हो चुके हैं.