नई दिल्ली: रूस के उप-प्रधानमंत्री एलेक्सी ओवरचुक 18 सितंबर से दो दिन के लिए पाकिस्तान के दौरे पर हैं। इस दौरे पर हर किसी की नजरें टिकी हैं, खासकर भारत की। कई जानकार इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूक्रेन दौरे से जोड़कर देख रहे हैं। कहा जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत पर दबाव बनाने के लिए ओवरचुक को पाकिस्तान भेजा है।
रूस और पाकिस्तान एलपीजी (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) के सौदे को 2026 तक अंतिम रूप देने की तैयारी कर रहे हैं। रूस के ऊर्जा मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, 2026 तक रूस के एलएनजी टर्मिनल पाकिस्तान को गैस सप्लाई के लिए तैयार हो जाएंगे। इस डील से पाकिस्तान को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जुलाई में कजाकिस्तान के अस्ताना में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। उन्होंने रूस के साथ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया था। इसके अलावा पाकिस्तान ने हाल के दिनों में कई अन्य देशों के वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों की भी मेजबानी की है, जिसमें अजरबैजान और ईरान के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हैं।
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