पाकिस्तान संकट नई दिल्ली, पाकिस्तान के सियासी बवाल पर पहली बार अब पडोसी देश चीन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. चीन का विदेश मंत्रालय पाकिस्तान की राजनीतिक खलबली में पहली बार सामने आया है. सभी पार्टियां मिलकर साथ रहें पकिस्तान में बिगड़ती शासनिक स्थितयों के बारे में पाकिस्तान का हमदर्द बनने वाला चीन पहली […]
नई दिल्ली, पाकिस्तान के सियासी बवाल पर पहली बार अब पडोसी देश चीन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. चीन का विदेश मंत्रालय पाकिस्तान की राजनीतिक खलबली में पहली बार सामने आया है.
पकिस्तान में बिगड़ती शासनिक स्थितयों के बारे में पाकिस्तान का हमदर्द बनने वाला चीन पहली बारे कुछ प्रतिक्रिया देता नज़र आ रहा है. जहां पाकिसतन की स्थितियों पर सवाल किये जाने पर चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ज़ाओ लिजियान ने इस मामले पर बात की है. ज़ाओ लिजियान कहते हैं, ‘पाकिस्तान की सभी पार्टियाँ मिलकर एक साथ रह सकती हैं और राष्ट्रीय विकास और स्थिरता को कायम रख सकती हैं.’
हमेशा से चीन दूसरे देशों के घरेलू मामलों में बात करने से हिचकता है और अपने सिद्धांत का पालन करता है. वहीँ चीन और पाकिस्तान को सामरिक सहयोगी देश बताते हुए लिजियान कहते हैं कि दोनों देशों के बीच संबंध हमेशा अटूट और मजबूत रहेंगे. साथ ही उन्होंने इस दौरान ये आशा भी जताई कि चीन और पाकिस्तान के बीच पूर्ण सहयोग और चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का निर्माण पकिस्तान की सियासी खलबली से प्रभावित नहीं होगा.
राष्ट्रपति के कार्यालय से जारी की गयी प्रेस रिलीज़ में बताया गया है, पाकिस्तान के संविधान के अनुसार, संसद भंग करने के 90 दिनों के अंदर चुनाव को लेकर चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान करे. बता दें की बीते रविवार को पाकिस्तान में नेशनल असेंबली पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह के आधार पर भंग कर दी गयी थी. अब संसद के भंग होने के 90 दिनों के भीतर ही चुनाव करवाने होंगे.
पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को ख़ारिज करने और संसद को भंग करने के मामले की सुनवाई आज बुधवार को भी सुप्रीम कोर्ट में जारी है.