नई दिल्ली : भारत हमेशा चीन के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाता है वहीं चीन अपना दोहरा रवैया दिखाने लगता है. चीन सीमा से सटे भारतीय राज्य अरूणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को अपने नक्शे में दिखाता है. चीन ने फिर से भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरूणाचल प्रदेश पर अपना दावा किया है. चीन ने […]
नई दिल्ली : भारत हमेशा चीन के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाता है वहीं चीन अपना दोहरा रवैया दिखाने लगता है. चीन सीमा से सटे भारतीय राज्य अरूणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को अपने नक्शे में दिखाता है. चीन ने फिर से भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरूणाचल प्रदेश पर अपना दावा किया है. चीन ने अरूणाचल के लिए चीनी,तिब्बती और पिनयित अक्षरों में नामों की सूची जारी की है. चीन ने अरूणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नाम जारी किए है. इन हिस्सों को चीन तिब्बत का दक्षिणी भाग जंगनान बताता है.
चीन के एक अखबार में कहा गया कि नागरिक मामलों के मत्रंलायों ने अरूणाचल के 11 स्थानों के नाम जारी किए है. बकायदा चीनी मंत्रालय ने इन क्षेत्रों के लिए निर्देशांक भी दिए गए है. इस बार चीन के जो मंत्रालय ने सूची जारी की है वे तीसरी है. पहली सूची में 6 नामों की सूची जारी की थी वहीं दूसरी सूची में अरूणाचल के 15 स्थानों का जिक्र था. बीते दिनों चीन ने 11 नामों कि तीसरी सूची जारी की.
भारत का विदेश मंत्रालय शुरू से चीन की इस बात को नकारता रहता है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन अरूणचाल प्रदेश का शुरू से लाग अलापता रहता है और नाम बदलने की कोशिश करता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है. चीन कितना भी नाम बदलने की कोशिश करे लेकिन उसका मंसूबा कामयाब नहीं होगा. तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने जब अरूणाचल प्रदेश का दौरा किया था चीन ने विरोध किया था. उनके दौरे के बाद ही नामों की पहली सूची जारी की थी
भारत और चीन के बीच 3440 किलोमीटर की विवादित सीमा है. चीन हमेशा इस हिस्से को अपना बताता है. दोनों देशों के सैनिकों के इस हिस्सों पर जमावड़ा रहता है. चीन हमेशा इस हिस्सों पर विवादित बयान देता रहता है लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय स्पष्ट कर चुका है कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न भाग है.