नई दिल्ली। पिछले दो महीनों से अधिक वक्त से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच 75वें कान फिल्म महोत्सव की फ्रांस में शुरुआत हो गई. महोत्सव की शुरुआत में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने वीडियो के जरिए महोत्सव को संबोधित किया. इस दौरान जेलेंस्की ने सिनेमा और वास्तविक जिंदगी के बीच संबंध के बारे में विस्तार से अपने बात रखी. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि इस वक्त हमें चार्ली चैपलिन जैसे अभिनेताओं की जरूरत है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फिल्म महोत्सव के उद्घाटन अपने संबोधन में फिल्म द ग्रेट डिक्टेटर में दिए अंतिम भाषण को पढ़ते हुए कहा कि एक दिन पुरुषों की नफरत समाप्त हो जाएगी और सभी तानाशाह मारे जाएंगे. उनकी सभी शक्ति जनता के पास वापस लौट आएगी. इसके साथ ही जेलेंस्की ने फिल्म निर्माताओं से फांसीवाद पर हास्य व्यंग्य करने को कहा. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने चार्ली चैपलिन की जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर पर किए व्यंग्य की खूब प्रशंसा की. जेलेंस्की ने आगे कहा कि हमें इस वक्त नए चार्ली चैपलिन की जरुरत है. दुनिया को दिखाए कि सिनेमा चुप नहीं है।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को फ्रांस में 75वें कान फिल्म महोत्सव की शुरूआत हुई. इस दौरान ईवा लोंगोरिया, जूलियने मूर, बेरेनिस बेजो और ‘नो टाइम टू डाई’ की अभिनेत्री लशाना लिंच जैसे कई सितारे नजर आए. गौरतलब है कि कोरोना की वजह से वर्ष 2020 का कान फिल्म महोत्सव रद्द कर दिया गया था. वहीं पिछले साल इस महोत्सव को सीमित स्तर पर आयोजित किया गया था।
इससे पहले 11 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कान फिल्म समारोह के उद्घाटन के मौके पर रेड कार्पेट की शोभा बढ़ाई. जिसमें केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. उनके साथ अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी, आर माधवन, फिल्म निर्माता शेखर कपूर, गीतकार एवं कवि प्रसून जोशी, वाणी टी टीकू और संगीतकार रिकी केज भी मौजूद रहे।
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