नई दिल्ली: भारत में कुछ लोगों का पूरा एक समूह है जो विदेशों में जाकर नागरिकता की मांग करता है. उन्होंने इसका अजीबो-गरीब तरीका निकाल रखा है. विदेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में बसने के लिए पंजाब के लोगों का एक बड़ा वर्ग खुद को भारत में पीड़ित दिखाने की कोशिश करता है. रिपोर्ट के मुताबिक ये लोग भारत में खुद को उत्पीड़न का शिकार बताकर वहां की नागरिकता ले लेते हैं और फिर खालिस्तानी गतिविधियों को भड़काने में मदद करते है.
रिपोर्ट के मुताबिक भारत से जाने से पहले ये लोग उस देश को एक पत्र लिखते हैं जहां वे जाना चाहते हैं. उस पत्र के माध्यम से भारत को पुलिस राज्य की तरह पेश किया जाता है. बता दें कि इस रिपोर्ट में पंजाब की राजनीतिक पार्टी शिरोमणि अकाली दल का भी नाम सामने आया है. जो सिखों के लिए दूसरे देशों में पत्र भेजते रहे हैं. वहीं इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि शिरोमणि अकाली दल के नेता सिमरनजीत सिंह मान ने उनकी पार्टी द्वारा पत्र जारी किए जाने की बात स्वीकार की थी.
साल 2018 में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की इमीग्रेशन पॉलिसी में ढ़ील दिया था. उन्होंने घोषणा की थी कि अगले तीन सालों में देश में बारह लाख लोगों को स्थायी नागरिक का दर्जा दिया जाएगा लेकिन कोरोना महामारी की वजह से यह लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका. कोविड के बाद फिर एक बार कनाडा सरकार ने इस लक्ष्य में बढ़ोतरी करते हुए 15 लाख कर दिया. बता दें कि कनाडा की इमीग्रेशन पॉलिसी की सबसे बड़ी कमी ये है कि वहां का निवासी बनने के लिए नौकरी का होना अनिवार्य नहीं है.
कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के आरोप पर भारतीय लोगों ने दी अपनी राय , आईए जानते है