नई दिल्ली: कनाडा की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में एक पूर्व नाजी सैनिक को सम्मानित करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस घटना पर रूस ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इसको लेकर कनाडा की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि […]
नई दिल्ली: कनाडा की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में एक पूर्व नाजी सैनिक को सम्मानित करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस घटना पर रूस ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इसको लेकर कनाडा की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि कनाडाई संसद में पिछले हफ्ते सम्मानित किए गए यूक्रेन के नाजी शख्स को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए. बता दें कि इससे पहले पोलैंड की तरफ से भी पूर्व नाजी सैनिक के प्रत्यर्पण की मांग की गई है.
कनाडा की संसद में पूर्व नाजी सैनिक को सम्मनित करने के बाद दुनिया भर में कनाडा की आलोचन की जा रही है. साथ ही पूर्व नाजी सैनिक के प्रत्यर्पण की मांग की जा रही है. पोलैंड के बाद अब रूस की तरफ से कनाडा और यूक्रेन की आलोचना करते हुए अपराधी को न्याय के कटघरे में लेन की मांग की गई है. इस मामले में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि कनाडा के अधिकारियों का कर्तव्य बनता है कि इस अपराधी पर कानून के तहत
मुकदमा चलाया जाए. साथ ही जो लोग उस शख्स को न्याय के कटघरे में लाना चाहते हैं उसे उन्हें प्रत्यर्पित किया जाए.
बता दें कि हाल ही में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कनाडा का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने ने कनाडा की संसद को भी संबोधित किया. जेलेंस्की के संबोधन के दौरान संसद में द्वितीय विश्व युद्ध का हिस्सा रहे एक पूर्व सैनिक यारोस्लोव हुंका को यूक्रेन के नायक की तरह पेश किया गया और उसे सम्मानित किया गया. इस दौरान कनाडा के सभी सांसदों ने खड़े होकर हुंका का अभिवादन किया. हालांकि बाद में जब इस बात का पता चला कि हुंका ने हिटलर की नाजी सेना में भी काम किया है तो हंगामा हो गया. बता दें कि हुंका ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की तरफ से युद्ध लड़ा था इस लिए उसे नायक की तरह पेश किया गया.
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