नई दिल्ली: कनाडा में एक 24 साल के भारतीय छात्र पर कार चोरी के दौरान जानलेवा हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि मरने वाला भारतीय छात्र कॉलेज की छुट्टियों में पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहा था। इस बीच उसके साथ यह घटना हुई है। वहीं पुलिस […]
नई दिल्ली: कनाडा में एक 24 साल के भारतीय छात्र पर कार चोरी के दौरान जानलेवा हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि मरने वाला भारतीय छात्र कॉलेज की छुट्टियों में पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहा था। इस बीच उसके साथ यह घटना हुई है। वहीं पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। मरने वाले छात्र की पहचान गुरविंदर नाथ के रूप में हुई है। बता दें कि यह घटना कनाडा के मिसिसॉगा के ब्रिटानिया एंड क्रेडिटव्यू रोड की है।
जानकारी के मुताबिक गुरविंदर, कनाडा के एक बिजनेस स्कूल में फाइनल सेमेस्टर का छात्र था जो ब्रैम्पटन इलाके में रह रहा था। गुरविंदर के कॉलेज की फिलहाल गर्मियों की छुट्टियां चल रहीं थी। इसी वजह से गुरविंदर ने पिज्जा डिलीवरी का काम करना शुरू कर दिया था। बीती 9 जुलाई को गुरविंदर देर रात तकरीबन 2:10 बजे पिज्जा डिलीवरी करने गया था, उसी समय कुछ लोगों ने उसकी गाड़ी चुराने की कोशिश की। जब गुरविंदर ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उस पर हमला किया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
इस हमले में गुरविंदर के सिर पर गंभीर चोट आने के बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां ट्रॉमा सेंटर में उसका इलाज चल रहा था। लेकिन 14 जुलाई को हालत बिगड़ने पर गुरविंदर की मौत हो गई। इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का कहना है कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि घटना में कई आरोपी हैं और पिज्जा की डिलीवरी भी साजिश के तहत दी गई थी। इस हमले के बाद शायद आरोपियों को भी अंदेशा हो चुका था, इसलिए वह सभी घटनास्थल से कुछ दूरी पर गाड़ी छोड़कर फरार हो गए।
कनाडा में भारत के महावाणिज्यदूत सिद्धार्थ नाथ ने भारतीय छात्र की मौत पर दुख ज़ाहिर किया और परिवार के प्रति संवेदना जताई है। सिद्धार्थ नाथ का कहना है कि इस मुश्किल समय में जिस प्रकार भारतीय मूल के लोगों ने पीड़ित के परिवार की सहायता के लिए हाथ बढ़ाए हैं, वह देखना बहुत सुखद है। उन्होंने आगे कहा कि इस नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती लेकिन इससे पीड़ित परिवार को थोड़ी मदद अवश्य मिलेगी। बता दें कि कनाडा स्थित उच्चायोग की सहायता से गुरविंदर का शव 27 जुलाई को भारत पहुंचेगा। वहीं दूसरी तरफ भारतीय छात्र की हत्या के विरोध में मिसिसॉगा के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला है।