• होम
  • दुनिया
  • नवजात बेटी के साथ हैवानियत, पहले किया बलात्कार और फिर जमीन पर पटक-पटककर ले ली जान

नवजात बेटी के साथ हैवानियत, पहले किया बलात्कार और फिर जमीन पर पटक-पटककर ले ली जान

37 वर्षीय ह्यूगो फरेरा ने अपनी मात्र आठ दिन की नवजात बेटी के साथ न केवल बलात्कार किया बल्कि उसे जमीन पर पटक-पटककर मार डाला. जब बच्ची की मां घर से बाहर थी. आरोपी ने इस कृत्य को अंजाम देने के बाद मां को भी जान से मारने की धमकी दी.

South Africa Father Raped Daughter
inkhbar News
  • March 31, 2025 7:35 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 days ago

South Africa Father Raped Daughter: दक्षिण अफ्रीका से एक ऐसी खबर सामने आई है जो इंसानियत को शर्मसार कर देती है. 37 वर्षीय ह्यूगो फरेरा ने अपनी मात्र आठ दिन की नवजात बेटी के साथ न केवल बलात्कार किया बल्कि उसे जमीन पर पटक-पटककर मार डाला. यह दिल दहला देने वाला अपराध जून 2023 में हुआ. जब बच्ची की मां घर से बाहर थी. आरोपी ने इस कृत्य को अंजाम देने के बाद मां को भी जान से मारने की धमकी दी.

घर में छिपा हैवान

ह्यूगो फरेरा ने प्रिटोरिया हाईकोर्ट में अपने अपराध को कबूल किया. उसने बताया कि उसने अपनी नवजात बेटी के साथ यौन दुर्व्यवहार किया और फिर उसे इस कदर पटका कि सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई. यह घटना उस वक्त हुई जब बच्ची की मां मॉरीन ब्रांड घर से बाहर नैपी खरीदने गई थी. फरेरा ने स्वीकार किया कि उसने पहले से घायल बच्ची को और नुकसान पहुंचाने की कोशिश की ताकि उसकी हालत और बिगड़ जाए. उसने मां से बच्ची के घाव छिपाने की कोशिश भी की यह जानते हुए कि उसकी हालत बेहद नाजुक थी.

नशे में था आरोपी

फरेरा ने कोर्ट में बताया कि उसने इस दौरान मेथामफेटामाइन का सेवन किया था. हालांकि उसने यह भी स्वीकार किया कि नशे का प्रभाव इतना नहीं था कि वह अपने कृत्य को न समझ सके. उसने जानबूझकर इस क्रूरता को अंजाम दिया और बाद में खुद को जेल में डालने की बात कही. इस मामले में उसकी सजा अगले सप्ताह सुनाई जाएगी. जहां उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलने की संभावना है. यह अपराध जोहान्सबर्ग के पश्चिम में वेलवर्डिएंड क्षेत्र में हुआ. जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया.

अफ्रीका में बच्चों पर बढ़ता अत्याचार

यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं बल्कि पश्चिमी और मध्य अफ्रीका में बच्चों के खिलाफ हिंसा की गंभीर स्थिति को भी उजागर करती है. यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक इस क्षेत्र में तीन में से एक किशोर लड़की को 15 साल की उम्र तक शारीरिक हिंसा झेलनी पड़ती है, जबकि 10 में से एक के साथ यौन शोषण होता है. बाल विवाह भी यहां व्यापक है. जहां 20-24 साल की 40% लड़कियों की शादी 18 साल से पहले हो जाती है. किशोर गर्भावस्था की दर भी दुनिया में सबसे ज्यादा है जो बच्चों के अधिकारों के उल्लंघन को और गहरा बनाती है.

यह भी पढ़ें- रेप के बाद 5वीं मंजिल से फेंका, हादसे के बाद जिंदा बची, फिर पिता-भाई ने गोलियों से छलनी कर दिया…इराक टिकटॉक स्टार की सच्चाई