नई दिल्ली: ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. जहां पहले उनके दो मंत्रियों को स्कैंडल में फंसने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था अब उनके डिप्टी डॉमिनिक रॉब को कुर्सी छोड़नी पड़ी है. पीएम सुनक के डिप्टी डॉमिनिक रॉब पर आरोप […]
नई दिल्ली: ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. जहां पहले उनके दो मंत्रियों को स्कैंडल में फंसने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था अब उनके डिप्टी डॉमिनिक रॉब को कुर्सी छोड़नी पड़ी है. पीएम सुनक के डिप्टी डॉमिनिक रॉब पर आरोप था कि वह अपने स्टाफ और नौकरशाहों के साथ भद्दे तरीके से व्यवहार करते थे. Dy PM पर एक इंडिपेंडेंट इन्क्वायरी में ये सभी आरोप सही साबित हुए हैं. आरोप सही साबित होने के बाद उन्होंने शुक्रवार (21अप्रैल) को इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि मैंने जो किया उसके लिए सॉरी.
गौरतलब है कि डॉमिनिक रॉब ब्रिटेन के डिप्टी पीएम यानी उपप्रधानमंत्री थे. जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि उनके खिलाफ अब तक जितने भी आरोप थे वह सभी ठीक साबित हुए हैं. डॉमिनिक रॉब वाकई अपने मातहत अफसरों के अलावा निजी स्टाफ को बेवजह तंग करने के लिए दोषी पाए गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि वह बात बात पर अपने स्टाफ को धमकियाँ भी दिया करते थे. दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक ब्रिटेन के उपप्रधानमंत्री होने के बाद उनका ये रवैया शर्मशार कर देने वाला है. बता दें, उन्हें ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन का ख़ास भी माना जाता रहा है. जॉनसन के समय 49 वर्षीय रॉब का राजनीतिक कैरियर काफी आगे भी बढ़ा था.
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट की मानें तो रॉब ने उपप्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद कहा कि उनका दायित्व बनता है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद वह अपने पद से इस्तीफ़ा दें . बता दें, इससे पहले ही उन्होंने कहा था कि यदि उनके खिलाफ लगाया गया कोई भी आरोप सही साबित होता है तो वो खुद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि इस तरह के आरोपों की जांच होना उनके लिए हैरत भरा है। उन्होंने इससे गलत परंपरा की शुरुआत होने की बात कही थी और कहा था यदि ऐसा हुआ तो बेवजह शिकायतों का चलन शुरू हो जाएगा।