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दुनिया : अचानक यूक्रेन पहुंचे बोरिस जॉनसन, सेना को ट्रेनिंग देने का ऐलान

नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन के युद्ध में कई देशों की मध्यस्थता अब साफ़ दिखाई देने लगी है. इसी बीच बीते शुक्रवार यूक्रेन को अपना समर्थन दिखाने ब्रिटेन के राष्ट्रपति बोरिस जॉनसन अचानक यूक्रेन पहुंचे थे. जहां ब्रिटेन के पीएम ने यूक्रेन की सेना को प्रशिक्षण देने का ऐलान किया है. यूक्रेन को ब्रिटेन देगा […]

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दुनिया : अचानक यूक्रेन पहुंचे बोरिस जॉनसन, सेना को ट्रेनिंग देने का ऐलान
  • June 18, 2022 4:46 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन के युद्ध में कई देशों की मध्यस्थता अब साफ़ दिखाई देने लगी है. इसी बीच बीते शुक्रवार यूक्रेन को अपना समर्थन दिखाने ब्रिटेन के राष्ट्रपति बोरिस जॉनसन अचानक यूक्रेन पहुंचे थे. जहां ब्रिटेन के पीएम ने यूक्रेन की सेना को प्रशिक्षण देने का ऐलान किया है.

यूक्रेन को ब्रिटेन देगा प्रशिक्षण

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अचानक यूक्रेन का रूख किया. जहां उन्होंने रूस और यूक्रेन की लड़ाई में समीकरण बदलने वाला ऐलान किया. उन्होंने यूक्रेन की सेना के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने की घोषणा की है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का कहना है कि इससे यूक्रेन को युद्ध में मदद मिलेगी. बता दें, शुक्रवार को बोरिस जॉनसन अचानक कीव पहुंचे थे. जहां उन्होंने युक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाकात भी की थी. रूस और युक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का यूक्रेन का यह दूसरा दौरा है. जहां उनके इस दौरे को ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वॉलेस ने काफ़ी ‘अहम’ बताया है.

कार्यक्रम रद्द से सांसद नाराज़

दरअसल कीव के दौरे से पहले प्रधानमंत्री जॉनसन को डोनकास्टर में नॉर्थ इंग्लैंड के अपने कुछ सांसदों को संबोधित करना था. लेकिन प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम अंतिम समय पर ही रद्द कर दिया गया. सांसदों के समूह के अध्यक्ष जेक बेरी ने पीएम के इस अचानक दौरे पर कहा, ‘जाहिर है कि प्रधानमंत्री की योजनाएं बदल सकती हैं.’ बता दें, इस समय ब्रिटेन की सत्ता में प्रधानमंत्री बोरिस कई घरेलू मुद्दों को लेकर घिरे हुए हैं. कई विषयों पर सांसद पीएम पर दबाव डाल रहे थे. बहरहाल प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को रद्द करने से उनके सांसदों में निराशा है.

अविश्वास मत पर हासिल किया था विश्वास

वहीं दूसरी ओर रूस और यूक्रेन के युद्ध की बात करें तो पश्चिमी देशों के तरह ब्रिटेन के रुख़ पर बोरिस जॉनसन की पार्टी में सकारात्मक प्रतिक्रिया रही है. उनकी पार्टी इस संकट पर प्रधानमंत्री के रूख से संतुष्ट नज़र आती है. हालांकि पिछले महीने ही ब्रिटेन की सत्ता में पीएम जॉनसन के खिलाफ उन्हीं की अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी जिसपर प्रधानमंत्री ने विशवास मत जीत लिया था. बता दें, यह अविश्वास पार्टी के नेतृत्व को लेकर था जो साल 2020 में बोरिस के पार्टीगेट मामले से जुड़ा था.

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