नई दिल्ली। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद सदस्यता छोड़ने का ऐलान कर दिया है. पूर्व पीएम ने आरोप लगाया है कि संसद की प्रिविलेज कमेटी उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रही है. इसी वजह से मजबूरी में उन्हें ऐसा कदम उठाना पड़ रहा है. जॉनसन पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान संसद […]
नई दिल्ली। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद सदस्यता छोड़ने का ऐलान कर दिया है. पूर्व पीएम ने आरोप लगाया है कि संसद की प्रिविलेज कमेटी उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रही है. इसी वजह से मजबूरी में उन्हें ऐसा कदम उठाना पड़ रहा है. जॉनसन पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान संसद को गुमराह करने का आरोप लगा था. कोरोना महामारी के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट में हुई पार्टियों को लेकर उन्होंने हाउस ऑफ कामन्स में गुमराह किया था. इन पार्टियों में लॉकडाउन के नियमों का उल्लघंन हुआ था, जिसे ‘पार्टीगेट’ नाम दिया गया था.
बोरिस जॉनसन ने सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद एक बयान जारी किया है. इस बयान में उन्होंने कहा है कि सांसद का पद छोड़ना काफी दुखद है. कुछ मुट्ठी भर लोग मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर कर रहे हैं. आरोप लगाने वालों के पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है. इसके साथ ही इस मुद्दे पर कंजरवेटिव पार्टी के सभी सदस्य भी एकमत नहीं हैं.
जॉनसन ने आगे कहा कि मुझे संसद की विशेषाधिकार समिति से एक पत्र मिला है. इस पत्र में स्पष्ट किया गया है कि वे मुझे संसद से बाहर निकालने के लिए मेरे खिलाफ एक्शन लेने को लेने वाले हैं. बता दें कि विशेषाधिकार समिति को लगता है कि बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री रहते हुए संसद को लापरवाही से या फिर जानबूझकर गुमराह किया. समिति जॉनसन को 10 दिनों से अधिक वक्त के लिए संसद से निलंबित करने की सिफारिश कर सकती थी.