तालिबान के रुख को देखकर पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के हाथ-पांव फूल गए हैं। पाकिस्तानी सरकार और सेना घबराई हुई है। पाकिस्तान में लोगों का कहना है कि जब सुपर पावर अमेरिका तालिबान को नहीं हरा सका और उसे अफगानिस्तान छोड़कर जाना पड़ा तो फिर हम कैसे इन लोगों का मुकाबला करेंगे।
नई दिल्ली। पाकिस्तान और तालिबान के बीच संघर्ष अब जंग में तब्दील होने के कगार पर है। पाकिस्तानी सेना के अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक के बाद अब तालिबान बौखलाया हुआ है। तालिबान के करीब 15 हजार लड़के पाकिस्तान की ओर बढ़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि किसी भी पल दोनों देशों में जंग शुरू हो सकती है।
वहीं, तालिबान के रुख को देखकर पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के हाथ-पांव फूल गए हैं। पाकिस्तानी सरकार और सेना घबराई हुई है। पाकिस्तान में लोगों का कहना है कि जब सुपर पावर अमेरिका तालिबान को नहीं हरा सका और उसे अफगानिस्तान छोड़कर जाना पड़ा तो फिर हम कैसे इन लोगों का मुकाबला करेंगे।
बता दें कि तालिबान का कहना है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के क्षेत्र में एयरस्ट्राइक कर बहुत बड़ी गलती की है। तालिबान ने कहा कि अब पाकिस्तान को उसकी हरकत का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मालूम हो कि पिछले दिनों पाकिस्तान की एयरफोर्स ने अफगानिस्तान में स्ट्राइक की थी। इस दौरान पाक ने दावा किया कि उसने अफगानिस्तान में मौजूद टीटीपी के ठिकानों को निशाना बनाया है।
वहीं, अफगानिस्तान ने कहा कि पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक में मासूम बच्चों और महिलाओं की जान गई है। अफगानिस्तान ने कहा कि पाकिस्तान को अब इस एयरस्ट्राइक की कीमत चुकानी पड़ेगी। बता दें कि पाकिस्तान दावा करता रहता है कि तालिबान के शह पर तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पाकिस्तान उसके देश में आतंकी हमले करता है।
पाकिस्तान का कहना है कि टीटीपी के हमलों की वजह से उसके देश में चीन के प्रोजेक्ट रुक रहे हैं। इन हमलों से चीनी इंजीनियर पाकिस्तान आने में कतरा रहे हैं। गौरतलब है कि चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) में चीम ने काफी पैसा निवेश किया हुआ है। इस परियोजना के तहत चीन, पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर इन्फ्रास्ट्रक्चर में इन्वेस्ट कर रहा है।