जम्मू कश्मीर: तीसरी जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक कश्मीर में चल रही है जिससे पकिस्तान बुरी तरह से बौखलाया हुआ है. एक ओर इस बैठक में पाकिस्तान हिस्सा नहीं ले रहा है तो दूसरी ओर पाक विदेश मंत्री श्रीनगर से 100 किलोमीटर दूर पीओके पहुंच गए हैं. जानकारी के अनुसार बिलावाल भुट्टो यहां रविवार […]
जम्मू कश्मीर: तीसरी जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक कश्मीर में चल रही है जिससे पकिस्तान बुरी तरह से बौखलाया हुआ है. एक ओर इस बैठक में पाकिस्तान हिस्सा नहीं ले रहा है तो दूसरी ओर पाक विदेश मंत्री श्रीनगर से 100 किलोमीटर दूर पीओके पहुंच गए हैं. जानकारी के अनुसार बिलावाल भुट्टो यहां रविवार को पहुंचे थे. जानकारी के अनुसार 23 मई यानी मंगलवार को वो वहीं रहेंगे.
दरअसल इस दौरान बिलावल भुट्टो भारत के खिलाफ जहर उगलने की तैयारी में हैं. आपको याद होगा कि जब कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी तो पाकिस्तान बुरी तरह चिढ़ा हुआ था जो अभी भी जारी है. जरदारी अपने इस दौरे के जरिए जी20 की बैठक को असफल करार देना चाहते हैं जिसमें उन्हें चीन का साथ मिल चुका है. चीन ने कहा है कि उसने भी कश्मीर में होने वाली जी20 की बैठक से किनारा किया है क्योंकि वह विवादित क्षेत्रों में होने वाले G20 बैठक का विरोध कर रहे हैं.
इसी कड़ी में पाक विदेश मंत्री ने पीओके में कदम रखने के बाद पहले ही बयान में कहा कि भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन करके दुनिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना संभव नहीं है. बता दें, बिलावल भुट्टो ये मैसेज देना चाहते हैं कि भारत इस अंतरराष्ट्रीय बैठक से कश्मीर के लोगों की आवाज़ दबाना चाहता है. साथ ही बिलावल भुट्टो के इस दौरे से जुड़े मंसूबों का पता चलता क्योंकि वह 23 मई को बाग कश्मीर में एक रैली को संबोधित करेंगे. कहा जा रहा है कि इस दौरान वह भारत के खिलाफ खूब जहर उगलने वाले हैं.
मंगलवार को बिलावल भुट्टो कश्मीर शरणार्थियों से मुलाकात करेंगे. दरअसल बाग़ में आठ जुनसे को उपचुनाव होना है. इसके अलावा बिलावल भुट्टों ने जानबूझकर वहाँ रैली करने का फैसला इसलिए भी किया है कि ताकि उनकी पार्टी को लाभ मिल सके.
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