नई दिल्ली: क्या आपने कभी सुना है कि 2 पुरुष जानवर ने किसी बच्चे को जन्म दिया है, शायद नहीं, लेकिन अब ऐसा हो सकता है. वैज्ञानिकों ने पहली बार 2 बायोलॉजिकल मेल चूहों की सहायता से नवजात चूहों को जन्म दिया है. जापान में क्यूशू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह सफलता हासिल की है. […]
नई दिल्ली: क्या आपने कभी सुना है कि 2 पुरुष जानवर ने किसी बच्चे को जन्म दिया है, शायद नहीं, लेकिन अब ऐसा हो सकता है. वैज्ञानिकों ने पहली बार 2 बायोलॉजिकल मेल चूहों की सहायता से नवजात चूहों को जन्म दिया है. जापान में क्यूशू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह सफलता हासिल की है. वैज्ञानिकों को यह उम्मीद है कि नई सफलता भविष्य में बांझपन के इलाज के लिए काम आ सकता है. वैज्ञानिकों का यह अध्ययन लंदन में फ्रांसिस क्रिक संस्थान में ह्यूमन जीनोम एडिटिंग पर हुए तीसरे अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में सामने आया है।
खबर के मुताबिक जापान में क्यूशू विश्वविद्यालय में काम का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर कात्सुहिको हयाशी ने बताया कि वैज्ञानिकों का कहना है कि वह एक दशक के भीतर ही एक मेल स्किन सेल से ह्यूमन एग को उत्पन्न करने में सफल होंगे. उन्होंने कहा कि टीम ह्यूमन सेल्स में सफलता को दोहराने के लिए पूर्ण रुप से काम चल रहा हे, लेकिन यह एक लंबा सफर है जिसे प्राप्त करने में कुछ समय लगेगा. उन्होंने कहा कि यह दस सालों में संभव होगा।
रिसर्च के बारे में वैज्ञानिक ने कहा कि पहले मेल माउस की शरीर से “वाई क्रोमोसोम” को हटाना और “एक्स क्रोमोसोम” को डुप्लीकेट करने पर एक अंडे में बदल जाता है. एक रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों ने इस तकनीक का प्रयोग करके करीब 500 से अधिक ट्रांसप्लांट बनाएं, लेकिन उनमें से केवल 7 चूहे ही स्वस्थ जिंदा बचे. वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे पहले भी कई बार इस तरह की कोशिश की गई है. रिपोर्ट के अनुसार 2018 में चीनी वैज्ञानिकों ने 2 मेल चूहों से बच्चे पैदा किए लेकिन कुछ समय बाद सब की मृत्यु हो गई।
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