नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। ICC ने यूक्रेन युद्ध मामले में पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। वहीं, इस मामले में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन के खिलाफ आईसीसी का वारंट सिर्फ एक शुरूआत है। सिर्फ शुरूआती कदम […]
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। ICC ने यूक्रेन युद्ध मामले में पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। वहीं, इस मामले में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन के खिलाफ आईसीसी का वारंट सिर्फ एक शुरूआत है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट के फैसले का यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट होना महज एक शुरुआती कदम है। जेलेंस्की ने कहा कि आईसीसी का निर्णय रूसी आक्रमण पर न्याय बहाल करने की दिशा में पहला कदम है।
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के फैसले पर क्रेमलिन प्रवक्ता ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करना अपमानजनक और अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि कानूनी रूप से इस फैसले का कोई महत्व नहीं है।
बता दें कि, यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले के बाद ऐसा माना जा रहा था कि जल्द ही यूक्रेनी सेना हार मान लेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, उल्टे यूक्रेनी सेना जंग के मैदान पर मजबूती से डटी और रुसी सेना को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। ऐसे में अब रूस और राष्ट्रपति पुतिन पर वाल उठने लगे हैं।
गौरतलब है कि, पिछले साल जब रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला किया था, उस वक्त जिनेवा में रूस के राजनयिक मिशन में आर्म्स कंट्रोल एक्सपर्ट के तौर पर काम कर रहे बोन्डारेव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि पुतिन कोई सुपर हीरो नहीं है। उनके पास कोई सुपर पावर नहीं है। पुतिन सिर्फ एक साधारण तानाशाह हैं, जिन्हें कभी भी राष्ट्रपति पद से हटाया जा सकता है।
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