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शी जिनपिंग पर बोलते हुए बाइडेन ने खोया आपा, चीन को दे डाली चेतावनी

नई दिल्ली: जासूसी गुब्बारे को लेकर अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के धमकी ने चीन को चेतावनी दे दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने धमकी के सुर में कहा है कि अगर चीन अमेरिका की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाएगा तो अमेरिका उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा. उन्होंने यहां तक कहा कि कभी अमेरिका के खिलाफ दांव […]

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शी जिनपिंग पर बोलते हुए बाइडेन ने खोया आपा, चीन को दे डाली चेतावनी
  • February 8, 2023 11:55 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: जासूसी गुब्बारे को लेकर अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के धमकी ने चीन को चेतावनी दे दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने धमकी के सुर में कहा है कि अगर चीन अमेरिका की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाएगा तो अमेरिका उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा. उन्होंने यहां तक कहा कि कभी अमेरिका के खिलाफ दांव लगाना अच्छा नहीं होता। जिन देशों ने ऐसा किया है वह इस बात को मानते हैं कि वह गलत थे. बाइडन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे बस एक ऐसे नेता का नाम बता दीजिये जो शी जिनपिंग की जगह लेना चाहेगा.

भावनाओं में बह गए राष्ट्रपति?

बुधवार सुबह 7.30 बजे वॉशिंगटन डीसी में यूनाइटेड स्टेट्स कैपिटल में कांग्रेस के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति बाइडेन ने अपना दूसरा स्टेट ऑफ द यूनियन (SOTU) संबोधन दिया। इस दौरान वह चीन के खिलाफ बोलते समय स्क्रिप्ट से हटकर बोलनी लगे. चीनी जासूसी गुब्बारे मामले में उन्होंने चीनी सरकार पर जमकर निशाना साधा. संदिग्ध चीन पर निशाना साधते हुए बाइडन ने कहा, ‘चीन के साथ काम करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं. लेकिन उस समय तक जब तक यह अमेरिकी हितों और दुनिया को लाभ पहुंचाने के लिए हो. आप कोई गलती न करें…जैसा कि हम स्पष्ट कर चुके हैं, अगर चीन ने हमारी संप्रभुता के लिए खतरा पैदा किया तो हम अपनी देश की रक्षा के लिए कार्रवाई करेंगे. हमने ऐसा पहले भी किया है.’

संदिग्ध चीन पर बाइडन का वार

भाषण के दौरान बाइडेन चीन का जिक्र करते हुए अपनी स्क्रिप्ट से भटक गए. इस दौरान उन्होंने कड़े शब्दों का इस्तेमाल भी किया. भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘हमें इस बात को लेकर पूरी तरह स्पष्ट होना चाहिए कि प्रतिस्पर्धा में चीन के साथ हमारी जीत हम सबको एक करेगी. दुनिया भर में हम गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. हालांकि पिछले दो वर्षों में हमारा लोकतंत्र मजबूत हुआ है. निरंकुशता दो सालों में कमजोर हुई है. जो राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जगह लेना चाहेगा मुझे दुनिया के ऐसे नेता का नाम बता दीजिये.’

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