नई दिल्ली। जो बाइडेन ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वो इस बार राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ेंगे। बाइडेन ने अपने इस फैसले से सबको चौंका दिया क्योंकि उन्होंने पहले स्पष्ट तौर पर कहा था कि भगवान के कहने पर भी पीछे नहीं हटेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर नजडालें तो ऐसा पहली […]
नई दिल्ली। जो बाइडेन ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वो इस बार राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ेंगे। बाइडेन ने अपने इस फैसले से सबको चौंका दिया क्योंकि उन्होंने पहले स्पष्ट तौर पर कहा था कि भगवान के कहने पर भी पीछे नहीं हटेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर नजडालें तो ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि कोई पद पर रहते हुए पीछे हटा हो। अमेरिका के राजनीतिक इतिहास में ऐसा फैसला सबसे पहले 1968 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने लिया था।
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साल 1968 में प्रेसिडेंट लिंडन जॉनसन ने राष्ट्रपति चुनाव के बीच में ही उम्मीदवारी से पीछे हटने का ऐलान कर दिया था। यह घोषणा वियतनाम युद्ध के बीच में की गई थी। दरअसल जॉनसन को यह लगने लगा था कि वह पार्टी पर से अपना नियंत्रण खोते जा रहे हैं। उनकी पार्टी के अंदर ही चार विरोधी गुट बन चुके थे। लिंडन जॉनसन को युद्ध जीतने का भी कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। उनकी उम्र भी बढ़ रही थी तो ये सब देखते हुए उन्होंने बीच में ही उम्मीदवारी छोड़ दी। इसके बाद 5 नवंबर 1968 को रिपब्लिकन उम्मीदवार रिचर्ड निक्सन अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे।
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बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में डेमोक्रटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडेन को रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप से हार का सामना करना पड़ा था। डिबेट के दौरान बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के सामने काफी कमजोर नजर आ रहे थे। बहस के दौरान पूरे समय ट्रंप, बाइडेन पर हावी दिखे। इस डिबेट के बाद ही बाइडेन पर पीछे हटने का दबाव बढ़ना शुरू हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपनी खराब सेहत के चलते 81 साल के बाइडेन ने फिर से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
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