नई दिल्ली: ये तो हम सब जानते है कि बर्फ में लंबे समय तक कोई भी चीज को सही सलामत रखा जा सकता है. लेकिन रूस के साइबेरिया से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो वाकई चकित कर देने वाला है. दरअसल, यहां बर्फ से ढका एक भालू मिला है जो करीब 3,500 साल […]
नई दिल्ली: ये तो हम सब जानते है कि बर्फ में लंबे समय तक कोई भी चीज को सही सलामत रखा जा सकता है. लेकिन रूस के साइबेरिया से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो वाकई चकित कर देने वाला है. दरअसल, यहां बर्फ से ढका एक भालू मिला है जो करीब 3,500 साल पुराना है. आश्चर्य की बात यह है कि बर्फ से ढके हुए जंगल में यह भालू पूरी तरह से संरक्षित था।
साइबेरिया में मिले भालू को ‘Etherican Brown Bear’ नाम रखा गया है. रिपोर्ट के अनुसार भूरा भालू बोल्शॅाय एथरिकन से मिला है, इसलिए इस भालू का नाम एथरिकन से आरंभ किया गया है. भालू को 5 फीट लंबा के साथ 78 किलोग्राम वजनी बताया जा रहा है. पूर्वी साइबेरिया में स्थित नॉर्थ-ईस्टर्न फेडरल यूनिवर्सिटी में लेवरेज मैमथ संग्रहालय के प्रयोगशाला प्रमुख मैक्सिको चेप्रासोवा ने बताया कि एक प्राचीन भूरे भालू का शव मिला है, जो अपने आप में एक अनोखी खोज है।
कहा जा रहा है कि ल्याखोव्स्की द्वीप पर अत्याधिक ठंड के कारण भूरे भालू का शव 3,500 साल तक सुरक्षित रहा है. प्रयोगशाला प्रमुख चेप्रासोवा ने बताया कि पहली बार नरम ऊतकों वाला यह भूरे भालू का शव वैज्ञानिकों को मिला है. वहीं साइबेरिया में वैज्ञानिको ने भालू की सख्त खाल को काटकर निकालने के बाद इसके कुछ हिस्सों की रिसर्च की जाएगी।
वैज्ञानिको ने इस प्राचीन भालू के विश्लेषण में पता चला कि भालू का गुलाबी ऊतक और पीला फैट साफ-साफ दिखाई दे रहा है. इसके साथ ही रिसर्च में यह भी पाया कि भालू की मौत रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के कारण हुई थी।