नई दिल्ली। बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने को कहा गया है। हिफाजत-ए-इस्लाम नाम के इस्लामिक संगठन ने कहा है कि हम बांग्लादेश को इस्लामी निजाम से चलाना चाहते हैं। बता दें कि हिफाजत-ए-इस्लाम ने एक समय पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे का विरोध किया था। हिजाब पहने लड़कियां […]
नई दिल्ली। बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने को कहा गया है। हिफाजत-ए-इस्लाम नाम के इस्लामिक संगठन ने कहा है कि हम बांग्लादेश को इस्लामी निजाम से चलाना चाहते हैं। बता दें कि हिफाजत-ए-इस्लाम ने एक समय पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे का विरोध किया था।
हिफाजत-ए-इस्लाम के उपाध्यक्ष मुहिउद्दीन रब्बानी ने देश में शरिया कानून की वकालत की है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में मुसलमान बहुसंख्यक हैं तो ऐसे में यह इस्लामी कानून से चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां की सभी लड़कियां हिजाब पहनें। अगर कोई नहीं पहनता है तो फिर इस्लामी निजाम में हुकूमत के अनुसार जो सजा होगा वो मिलेगा। यहां पर शरीयत कानून नहीं है लेकिन शरीयत कानून को लागू करना सही होगा।
बता दें कि बांग्लादेश महीनों से आरक्षण की आग में जला। हिंसक आंदोलन में 560 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदर्शनकारी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर अड़े हुए थे। बड़ी संख्या में राजधानी ढाका की सड़कों पर उतर गए। मजबूरन शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा और वो जान बचाते हुए देश छोड़कर भारत आ गईं। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की देख रेख में अंतरिम सरकार है।
भागो वरना पाकिस्तान-बांग्लादेश बना दूंगा…यूपी में हिंदू महिला का मुस्लिम ने तोड़ा जबड़ा