गुवाहाटी/नई दिल्ली: आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान शुरू हुई हिंसा और फिर शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में अस्थिरता का माहौल है. इस बीच हिंसा की आड़ में कट्टरपंथी लोग अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं. पूरे देश में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं. इस बीच […]
गुवाहाटी/नई दिल्ली: आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान शुरू हुई हिंसा और फिर शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में अस्थिरता का माहौल है. इस बीच हिंसा की आड़ में कट्टरपंथी लोग अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं. पूरे देश में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं. इस बीच हिंसा का फायदा उठाकर कुछ बांग्लादेशी नागरिक भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं. असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने बताया कि घुसपैठ कर भारत में आए 35 बांग्लादेशी मुस्लिमों को गिरफ्तार किया गया है.
बता दें कि यह भी दावा किया जा रहा है कि कुछ बांग्लादेशी मुस्लिम भारत में घुसपैठ के लिए नया तरीका अपना रहे हैं. वे हिंदुओं का भेष धारण कर भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि वे पकड़े जा रहे हैं. असम के सीएम हिमंता ने बताया कि घुसपैठ कर रहे लोगों को सुरक्षाबलों ने रोका गया और फिर उन्हें वापस खदेड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि वे लोग हिंदू नहीं बल्कि एक विशेष समुदाय से ताल्लुक रखने वाले थे.
असम के सीएम हिमंत सरमा ने आगे कहा कि पिछले एक महीने में बांग्लादेशी हिंदुओं के भारत में घुसपैठ का एक भी रिकॉर्ड नहीं है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के हिंदू अपनी लड़ाई खुद लड़ रहे हैं. वे भारत में आने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. वे (बांग्लादेशी हिंदू) हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से सिर्फ ये अनुरोध कर रहे हैं कि वह बांग्लादेशी सरकार पर दबाव डालें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं.